पटना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूसरे कार्यकाल का आखिरी बजट वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सदन में पेश कर दिया है। अप्रैल-मई में लोकसभा चुनाव होने वाले हैं, ऐसे में बजट में कोई लोकलुभावन वादा नहीं किया गया। वहीं बजट को लेकर विपक्ष ने केंद्र सरकार पर निशाना साधना शुरू कर दिया है। दूसरी तरफ […]
पटना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूसरे कार्यकाल का आखिरी बजट वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सदन में पेश कर दिया है। अप्रैल-मई में लोकसभा चुनाव होने वाले हैं, ऐसे में बजट में कोई लोकलुभावन वादा नहीं किया गया। वहीं बजट को लेकर विपक्ष ने केंद्र सरकार पर निशाना साधना शुरू कर दिया है। दूसरी तरफ बीजेपी इसे अच्छा बता रही है। इसी बीच केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बजट पर अपनी प्रतिक्रिया की है।
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि इस बजट में ‘विकसित भारत’ के लिए स्थापित किए गए सभी चार स्तंभों- किसान, युवा, गरीब और महिलाएं शामिल थे। पीएम आवास योजना के तहत 2 करोड़ और मकान स्वीकृत करना, ‘लखपति दीदी’ स्वयं सहायता समूहों के लिए 3 करोड़ की संख्या तय करना, ऐसी कई योजनाएं बताती हैं कि एक तरफ जहां कल्याणकारी योजनाएं हैं, वहीं दूसरी तरफ बुनियादी ढांचे के विकास जैसी व्यय योजनाएं भी हैं। समावेशी विकास का इससे अच्छा कोई उदहारण नहीं हो सकता।
सीतारमण ने बनाया रिकॉर्ड
आज यानी 1 फरवरी को बजट पेश करते ही वित्त मंत्री निर्मला सीतामरण ने लगातार छह बजट पेश करने का रिकॉर्ड बना लिया। सीतारमन लगातार 6 बजट पेश करने वाली देश की पहली महिला वित्त मंत्री बन गईं हैं। उनसे पहले पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई ने अब तक 10 बार बजट पेश किया है जो कि रिकॉर्ड हैं। वहीं मनमोहन सिंह, पी चिदंबरम, अरुण जेटली और यशवंत सिंहा ने अब तक पांच बजट पेश किए हैं।