पटना। बिहार का बगहा एक ऐसा इलाका है जो पूरी तरह से जंगलों से घिरा है। जिस वजह से मॉनसून के मौसम में आए दिन जंगलों से जंगली जानवर गांव की ओर चले आते है। यहां के स्थानीय निवासियों को भालू, लिजार्ड, सांप और तेंदुआ देखने को मिलता है। वन विभाग के लोग जैसे ही […]
पटना। बिहार का बगहा एक ऐसा इलाका है जो पूरी तरह से जंगलों से घिरा है। जिस वजह से मॉनसून के मौसम में आए दिन जंगलों से जंगली जानवर गांव की ओर चले आते है। यहां के स्थानीय निवासियों को भालू, लिजार्ड, सांप और तेंदुआ देखने को मिलता है। वन विभाग के लोग जैसे ही सूचना मिलती वह जानवरों को रेसक्यू कर लेते है, तो वहीं इससे गांव के आम लोग हमेशा डरे हुए रहते हैं।
वन विभाग के मुताबिक बगहा में बाढ़ के कारण जंगली जानवर गांव की ओर रुख कर रहे है। बुधवार को गांव में एक विशालकाय अजगर लोगों को देखने को मिला। यह घटना थाना क्षेत्र अंतर्गत एक पेट्रोल पंप के पास की है। बुधवार की सुबह गांव के लोगों ने जब विशालकाय अजगर निकलने से लोगों के बीच हड़कंप मच गया। भालू की सूचना नगर थाना की पुलिस और वन विभाग की टीम को दी गई। इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस और वन विभाग की टीम ने अजगर को रेस्क्यू कर वापस वन-विभाग छोड़ दिया। अजगर को वापस वन में छोड़ने के बाद स्थानीय लोगों ने चैन की सांस ली। दो दिन पहले ही इंडो- नेपाल सीमा पर स्थित वाल्मीकिनगर के लव- कुश घाट कॉलोनी में लिजार्ड के कारण अफरा-तफरी मच गई थी।
लिजार्ड की सूचना वन विभाग को दी गई। सूचना मिलने के बाद लिजार्ड को रेस्क्यू कर जंगल में छोड़ दिया गया। इस बीच लिजार्ड को देखने के लिए लोगों की भीड़ जमा हो गई। एक दिन पहले मंगलवार को वाल्मीकीनगर के ई टाइप मोहल्ले में दो भालू चलते-चलते गांव पहुंच गए। लोगों का कहना है कि आम का मौसम भालुओं को गांव की ओर आकर्षित करता है। लोग आम या उसका छिलका और गुठली घरों के बाहर फेंक देते हैं। इसकी खुशबू से आकर्षित होकर भालुओं का झुंड लोगों के घरों के नजदीक पहुंच जाता है। जिससे लोगों को भी खतरा हो सकता है।