पटना। बिहार में आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट के जरिए प्रशांत किशोर पर हमला किया था। उन्होंने प्रशांत किशोर को बीजेपी का दलाल कहा था। अब रोहिणी आचार्य के इस अपमानजनक बयान पर बुधवार को जवाब देते हुए चुनावी रणनीतिकार ने कहा कि लालू […]
पटना। बिहार में आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट के जरिए प्रशांत किशोर पर हमला किया था। उन्होंने प्रशांत किशोर को बीजेपी का दलाल कहा था। अब रोहिणी आचार्य के इस अपमानजनक बयान पर बुधवार को जवाब देते हुए चुनावी रणनीतिकार ने कहा कि लालू के बेटे उनकी बेटी, उनके नाती, उनके घर पर काम करने वाले लोगों पर अगर मैं बयान पर बयान देने लग जाऊं तब तो हो गया। उन्होंने कहा कि जिसको मेरे ऊपर जो बयान देना है दे।
दरअसल, जन सुराज के सूत्रधान प्रशांत किशोर इस समय बिहार में पदयात्रा कर रहे हैं। इस दौरान उन्होंने मधुबनी के झंझारपुर में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि लालू जी के बेटे उनकी बेटी, उनके नाती, उनके घर पर काम करने वाले लोगों पर अगर मैं बयान पर बयान देने लग जाऊं तब तो हो गया। मेरे ऊपर जिसको जो बयान देना है दे। मैंने जो बात कही उसे रोज दोहरा रहा हूं। उन्होंने बोला कि आज भी कह रहा हूं मैंने ये नहीं कहा है कि तेजस्वी यादव अच्छे हैं, खराब हैं, ज्ञानी हैं या मूर्ख हैं। मैंने बस ये कहा कि उनकी पहचान बस इतनी है कि वो लालू यादव के लड़के हैं। मैंने कहा कि वो 9वीं फेल हैं, अगर वो नहीं हैं तो कैमरे के सामने आकर बोल दें कि PHD किए हुए हैं। मैंने उनके क्रिकेट करियर की भी बात कही थी। प्रशांत किशोर ने कहा कि तेजस्वी यादव ने पढ़ाई, खेलकूद और सामाजिक क्षेत्र में अगर पराक्रम किया है तो बता दें। हम लोग सीखकर नोट कर लेंगे।
चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि वो लोग खुद उछल रहे हैं कि मैंने उनको अज्ञानी कहा है। मैंने तो बस जनता के सामने सच्चाई रखी है। मेरे बाबूजी डॉक्टर थे तो मैं हर रोज कह रहा हूं कि मेरे बाबूजी डॉक्टर थे और मेरे दादाजी बैलगाड़ी चलाते थे। इसी तरह से अगर आपके बाबूजी मुख्यमंत्री थे तो आपको बताया जाएगा कि आपके बाबूजी मुख्यमंत्री थे। इसी कारण आप उपमुख्यमंत्री की कुर्सी पर हैं। इसमें बुरा मानने की क्या बात है अगर मैं गलत हूं तो वह खंडन कर दें। वह बता दें कि मैं झूठ फैला रहा हूं। मुझे समझ नहीं आ रहा है कि तेजस्वी यादव इतना घबरा क्यों रहे हैं।