नौकरी के बदले जमीन घोटाला: ED ने तेजस्वी यादव के करीबी को किया गिरफ़्तार

पटना। चुनावी माहौल के बीच ईडी ने नौकरी के बदले जमीन घोटाला मामले में बड़ी कार्रवाई की है। इस मामले में एक्शन लेते हुए प्रवर्तन निदेशालय ने राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बेटे तेजस्वी यादव के सहयोगी अमित कात्याल को गिरफ्तार कर लिया है। ये है आरोप बताया जा रहा है कि ईडी ने […]

Advertisement
नौकरी के बदले जमीन घोटाला: ED ने तेजस्वी यादव के करीबी को किया गिरफ़्तार

Pooja Thakur

  • November 11, 2023 9:15 am IST, Updated 1 year ago

पटना। चुनावी माहौल के बीच ईडी ने नौकरी के बदले जमीन घोटाला मामले में बड़ी कार्रवाई की है। इस मामले में एक्शन लेते हुए प्रवर्तन निदेशालय ने राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बेटे तेजस्वी यादव के सहयोगी अमित कात्याल को गिरफ्तार कर लिया है।

ये है आरोप

बताया जा रहा है कि ईडी ने अमित कात्याल को शुक्रवार को हिरासत में लिया। पूछताछ के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। ईडी के मुताबिक अमित कात्याल राजद सुप्रीमो के करीबी होने के साथ-साथ एके इंफोसिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड का पूर्व निदेशक भी है। एके इंफोसिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड एक ‘लाभार्थी कंपनी’ है और इसका पता दक्षिणी दिल्ली की न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी स्थित एक आवासीय इमारत है। ऐसा आरोप है कि तेजस्वी यादव इसका इस्तेमाल कर रहे हैं।

क्या है नौकरी के बदले जमीन घोटाला

नौकरी के बदले जमीन का घोटाला 14 साल पहले का है। केंद्र में यूपीए की सरकार थी और लालू यादव रेल मंत्री थे। सीबीआई का कहना है कि लोगों को रेलवे में ग्रुप डी के पदों पर सब्सटीट्यूट के तौर पर भर्ती किया गया था। जब इनका जमीन को लेकर सौदा हो गया तो उनकी नौकरी रेगुलर कर दी गयी। सीबीआई जांच के दौरान ये बात सामने आयी कि रेलवे में सब्सटीट्यूट भर्ती का कोई विज्ञापन या पब्लिक नोटिस जारी नहीं हुआ था। वहीं जिन परिवारों ने लालू यादव को अपनी जमीन दी उनके सदस्यों को जयपुर, हाजीपुर, जबलपुर, कोलकाता, मुंबई और जबलपुर में नियुक्त किया गया था। इसे लेकर सीबीआई का कहना है कि जब लालू यादव रेल मंत्री थे उन्होंने जमीन के बदले 7 अयोग्य उम्मीदवारों को रेलवे में नौकरी दी थी।

Advertisement