Good News: लोगों के लिए खुशखबरी, रैन बसेरों में सोने की सुविधा के साथ मिलेगा मुफ्त खाना

पटना। ठंड के दौरान पटना नगर निगम द्वारा लोगों को ठंड से बचाने के लिए रैन बसेरों का इंतजाम किया है। रैन बसेरे में आश्रय लेने वाले लोगों को निःशुल्क आश्रय मिलता है। इसके साथ ही रात रैन बसेरों में मुफ्त में सोने के साथ ही भोजन भी मिलेगा। सोमवार की रात से यह सुविधा […]

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Good News: लोगों के लिए खुशखबरी, रैन बसेरों में सोने की सुविधा के साथ मिलेगा मुफ्त खाना

Pooja Pal

  • December 23, 2024 5:26 am IST, Updated 5 hours ago

पटना। ठंड के दौरान पटना नगर निगम द्वारा लोगों को ठंड से बचाने के लिए रैन बसेरों का इंतजाम किया है। रैन बसेरे में आश्रय लेने वाले लोगों को निःशुल्क आश्रय मिलता है। इसके साथ ही रात रैन बसेरों में मुफ्त में सोने के साथ ही भोजन भी मिलेगा। सोमवार की रात से यह सुविधा शुरू की जाएगी।

बसेरों में 2 कंबल की व्यवस्था

रजिस्टर के मुताबिक जो व्यक्ति रात में यहां सोने के लिए आएंगे, उन्हें रात का भोजन भी मुफ्त में दिया जाएगा। मेयर सीता साहू के निर्देश पर आश्रितों को यह सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी।
नगर आयुक्त ने रात में भ्रमण कर रैन बसेरों में सुविधा की जांच की थी। भ्रमण में निर्देश दिया कि यहां रात आश्रय करने वाले सभी व्यक्तियों को सभी सुविधाएं मिलनी चाहिए। उनके निर्देश पर सभी रैन बसेरों में 2 कंबल की व्यवस्था की गयी है, जिससे आश्रितों को रात में सोने के दौरान ठंड ना लगे।

29 रैनबसेरों का निर्माण

बता दें कि पटना नगर निगम द्वारा शहर में टोटल 29 रैनबसेरों का निर्माण किया गया है, जिनमें 12 जर्मन हैंगर, 6 स्थायी और 11 अस्थायी आश्रय स्थल हैं। सार्वजनिक स्थल रेलवे स्टेशन, चौक चौराहे और बस स्टैंड के पास इनका निर्माण कराया गया है। सफाई और सुरक्षा के दृष्टिकोण से सभी रैन बसेरों की सीसीटीवी कैमरों से मॉनीटरिंग भी की जा रही है। रैन बसेरों में टोटल 907 बेडों की व्यवस्था की गई है। साथ ही संबंधित कर्मचारियों से भी कहा गया कि लोगों को रैन बसेरे में सोने के लिए ज्यादा से ज्यादा प्रेरित करे ताकि अधिकतर लोगों तक यह सुविधा पहुंचे।

मोबलाइजर का सहारा लिया

इसके लिए समाज कल्याण विभाग के आउटरीच वर्कर (मोबलाइजर ) के जरिए खुले में सोने वालों को रैन बसेरे में सोने के लिए प्रेरित किया जाएगा। लोगों को रैन बसेरों में सोने के लिए प्रेरित करने के लिए मोबलाइजर का सहारा लिया जा रहा है।

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