पटना: राहुल गांधी के सावरकर वाले बयान पर भारतीय जनता पार्टी ने पलटवार किया है. भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय ग्रामीण विकास एंव पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह ने राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए कहा कि उनको सावरकर बनने में कई जन्म लगेंगे. पत्रकारों के एक सवाल पर उन्होंने कहा कि […]
पटना: राहुल गांधी के सावरकर वाले बयान पर भारतीय जनता पार्टी ने पलटवार किया है. भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय ग्रामीण विकास एंव पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह ने राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए कहा कि उनको सावरकर बनने में कई जन्म लगेंगे. पत्रकारों के एक सवाल पर उन्होंने कहा कि वे कौन से वाले गांधी हैं? दादाजी वाले गांधी हैं या कौन जी वाले गांधी हैं?
बता दें कि प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूर्व सांसद राहुल गांधी ने कहा था कि मैं सावरकर नहीं बल्कि गांधी हूं. मैं किसी से भी नहीं डरता. मैं चाहे सदन के अंदर रहूं या फिर बाहर. इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मैं लगातार देश की जनता के लिए आवाज उठाते रहूंगा.
मुजफ्फरपुर में गिरिराज सिंह ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए बोला कि वीर सावरकर ने जो यातना सही है अगर उसे देखना है तो कभी भी सेल्यूलर जेल जाकर देखें. राहुल गांधी खुद की तुलना सावरकर से कर रहे हैं, जिन्होंने देश के लिए खुद की कुर्बानी दे दी.
इसके साथ ही गिरिराज सिंह ने कहा कि राहुल गांधी को लालू यादव की हाय लगी है. इसके साथ ही गिरिराज सिंह ने कहा कि जब चारा घोटाले में आदेश आया था और लालू प्रसाद यादव की सदस्यता जाने वाली थी। उस वक़्त राहुल गांधी उनसे नहीं मिलते थे। राहुल गांधी ने उस समय ऐसे मामले में अपील के प्रावधान से संबंधित अध्यादेश को फाड़ दिया था। लालू जी ने उस समय राहुल गांधी को श्राप दिया था, वहीं जाकर राहुल गांधी को लग गया है। मालूम हो कि लालू यादव पहले ऐसे राजनेता थे, जिन्होंने सजा पाने के बाद संसद सदस्यता खो दी थी। उस वक़्त केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी।
रोहिणी ने किया था ट्वीट
बता दें कि गिरिराज सिंह से पहले लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्या ने शुक्रवार को ट्वीट किया था कि बीजेपी का चाल-चरित्र पापा समझते थे। इसीलिए साल 2013 में इन्होंने इस अध्यादेश का विरोध किया था। उन्हें पहले से ही इस बात की अनुभूति थी कि अगर भूल से भी बीजेपी सत्ता में आ गई तो इस अध्यादेश के बल पर देश के लोकतंत्र को कुचला करेगी और आज वही हुआ भी। राहुल गांधी नासमझी के शिकार हो गए। जाने-अनजाने में वे ऐसी गलती कर बैठे। जिसकी सजा आज देश के विपक्षी पार्टी के नेताओं को भुगतनी पड़ रही हैं। झूठे केस-मुकदमों की जाल में उलझ कर उन्हें अपनी सदस्यता से हाथ धोनी पड़ रही है।