पटना। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भारत जोड़ो न्याय यात्रा के तहत आज बिहार के किशनगंज आ रहे है। बिहार में मचे सियासी हलचल के बीच राहुल गांधी का यहां आना काफी अहम होने वाला है। ऐसे में जिन चार सीटों पर उनकी नजर है, उस पर उन्हें I.N.D.I.A गठबंधन के सूत्रधार ही चुनौती देने के लिए खड़े नजर आएंगे।
नई सरकार का हुआ आगमन
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के आने से एक दिन पहले ही बिहार में नई सरकार का आगमन हुआ है। वहीं आज भारत जोड़ो न्याय यात्रा करते हुए राहुल गांधी बंगाल के बॉर्डर से बिहार में इंट्री कर चुके हैं। यह यात्रा बंगाल से सटे किशनगंज के फरानगोला चौक पर सुबह 9 बजे पहुंची। जिसके बाद राहुल गांधी अगले चार दिनों में सात जिलों की यात्रा करेंगे. इससे पहले जब राहुल बिहार आए थे, तब भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ सभी विपक्षी दलों ने पटना से रणनीति बनाने की शुरुआत की थी, जिसमें नीतीश कुमार भी अहम भूमिका में थे.
भारत जोड़ो न्याय यात्रा की बिहार में इंट्री
भारत जोड़ो न्याय यात्रा के तहत राहुल का आज सीमांचल आगमन हो रहा है. वहीं उनके स्वागत में कांग्रेस के 19 MLA मौजूद रहेंगे। राहुल के बिहार इंट्री से पहले ही बिहार की सराकर में भारी बदलाव हुआ है। इस बार आइएनडीआइए के सूत्रधार नीतीश कुमार ने बीजेपी का दामन थाम लिया हैं। जिससे विपक्षी एकता में दरार आ गई है. नीतीश कुमार के पाला बदलने से महागठबंधन के दूसरे घटक दलों के साथ कांग्रेस भी अब टूट गई है। नीतीश का बीजेपी में शामिल होना महागठबंधन के लिए एक खाई है जिसे भरना काफी मुश्किल है।
इन सीटों पर होगी नजर
बता दें कि इस यात्रा के दौरान राहुल कटिहार, किशनगंज, पूर्णिया, सासाराम जैसी चार सीटों को कवर करेंगे. वहीं बिहार के बाद उनकी यात्रा आगे झारखंड से होते हुए गुजरेगी. झारखंड की ज्यादातर सीटें बिहार की सीमावर्ती है जिस कारण इस यात्रा का इस पर खास प्रभाव नजर आ सकता है।
बिहार राहुल गांधी की एंट्री
इस यात्रा के दौरान राहुल 2 बार बिहार से गुजरने वाले हैं। पहली बार वो सीमांचल के चार संसदीय क्षेत्र अररिया, किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार से होते हुए झारखंड निकलेंगे। दूसरे चरण में वो 4 संसदीय क्षेत्र औरंगाबाद, बक्सर, काराकाट, सासाराम से गुजरेंगे। वहीं पिछले चुनाव में महागठबंधन से कांग्रेस को एकमात्र सीट किशंगज में मिली थी. इसे देखते हुए राहुल की बंगाल से किशनगंज में एंट्री काफी अहम हो जाती है।
सहयोगी दल
वहीं, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा, बिहार में महागठबंधन के सहयोगी राजनीतिक दल RJD अध्यक्ष लालू प्रसाद और CPI (एमएल)-एल के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य को पूर्णिया की रैली में आमंत्रित किया गया है। कांग्रेस नेता के अनुसार, जदयू) अध्यक्ष नीतीश कुमार को भी पूर्णिया रैली में आमंत्रित किया गया था, लेकिन अब उन्हें महागठबंधन से अपना नाता तोड़कर NDA में शामिल हो गए हैं। वहीं, राहुल गांधी 2020 के विधानसभा चुनाव अभियान के बाद यह पहली बिहार की यात्रा पर आ रहे हैं।