पटना। बिहार में परिवहन सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए सरकार ने 43 नई डीलक्स बस चलाने का फैसला लिया हैं। आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इन बसों को हरी झंडी दिखाएंगे और इन्हें आगे के लिए रवाना करेंगे। इनमें से अधिकतर बसें राज्य के छोटे-बड़े शहरों को आपस में जोड़ेगी। इससे लोगों को आरामदायक और […]
पटना। बिहार में परिवहन सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए सरकार ने 43 नई डीलक्स बस चलाने का फैसला लिया हैं। आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इन बसों को हरी झंडी दिखाएंगे और इन्हें आगे के लिए रवाना करेंगे। इनमें से अधिकतर बसें राज्य के छोटे-बड़े शहरों को आपस में जोड़ेगी। इससे लोगों को आरामदायक और सुविधाजनक यात्रा करने का मौका मिलेगा।
इस कार्यक्रम में डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा और परिवहन मंत्री शीला कुमारी भी उपस्थित रहेंगे। बिहार राज्य पथ परिवहन निगम के बेड़े में 43 नई डीलक्स बसें जुड़ने से परिवहन व्यवस्था मजबूती मिलेगी। इन बसों में से 35 बसें राज्य के 21 छोटे-बड़े शहरों को आपस में जोड़ती हुई चलेगंगी। इनमें कई अनुमंडल मुख्यालय, जिला मुख्यालय और प्रखंड मुख्यालय शामिल हैं। बाकी की आठ बसें पटना प्रमंडल को दी गई हैं।
पटना से देवघर, मुंडेश्वरी, वाल्मीकि नगर, मुंगेर, किशनगंज, भागलपुर, मधेपुरा, सुपौल, जोगबनी, मधुबनी, रक्सौल, सीतामढ़ी, अरेराज, नवादा, गया, पूर्णिया, जहानाबाद, रजौली जैसे कई शहरों के लिए ये बसें चलाई जाएंगी। सभी बसों के रूट परमिट लेने की प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है। BSRTC की ये बसें फुलवारीशरीफ बस डिपो और बांकीपुर बस पड़ाव से होकर गुजरेंगी। ये सभी बसें डीलक्स हैं। प्रत्येक बस में यात्रियों के बैठने के लिए 40 सीटें हैं।
यात्रियों को आरामदायक सफर देने के लिए कई तरह की सुविधाओं का ध्यान रखा गया है। 2021 में भी BSRTC के बेड़े में 70 नई बसों को शामिल किया गया था। इससे पहले निगम के पास 581 बसें थीं। अब 43 नई बसें जुड़ने के बाद निगम के पास बसों की कुल संख्या अब 624 हो जाएगी। BSRTC नगर बस सेवा में भी 140 से ज्यादा बसों का संचालन किया जा रहा है। इनमें 30 इलेक्ट्रिक और 110 CNG बसें शामिल हैं, जो पटना की सड़कों पर दौड़ती हैं।