पटना। सर्द पछुआ हवा का असर बिहार में दिखने लगा है। पछुआ हवा से लगातार ठंड में वृद्धि हो रही है। कैमूर और रोहतास जिले के कुछ हिस्सों में शीतलहर की स्थिति बरकरार है। सुबह के समय राज्य के उत्तर-पूर्वी हिस्सों में अधिकांश स्थानों पर घना कोहरा रहा। मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक कि आगामी […]
पटना। सर्द पछुआ हवा का असर बिहार में दिखने लगा है। पछुआ हवा से लगातार ठंड में वृद्धि हो रही है। कैमूर और रोहतास जिले के कुछ हिस्सों में शीतलहर की स्थिति बरकरार है। सुबह के समय राज्य के उत्तर-पूर्वी हिस्सों में अधिकांश स्थानों पर घना कोहरा रहा। मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक कि आगामी कुछ दिनों में तापमान में और गिरावट आ सकती है।
वहीं, कैमूर और रोहतास जिले में अगले 2 दिनों तक ठंडी हवाए बहने के आसार है। वहीं पिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश का सबसे ठंडा इलाका डेहरी रहा। डेहरी का तापमान 5.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। रोहतास जिले का डेहरी में शीतलहर जारी। राजधानी पटना का न्यूनतम तापमान 11.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पहाड़ों में बर्फबारी और उत्तर से आ रही सर्द हवाओं के कारण तापमान में तेजी से कमी आ रही है। पटना के डीएम ने शीतलहर से बचाव के लिए तैयारी करने के निर्देश दिए हैं।
पहाड़ों में बर्फबारी का असर बिहार के शहरों में दिखाई दे रहा है। उत्तर भारत से आ रही सर्द हवाओं के कारण तापमान नीचे गिरता जा रहा है। पटना में पिछले 3 दिनों में न्यूनतम तापमान में 4.7 डिग्री सेल्सियस की कमी दर्ज की गई है। 9 दिसंबर को न्यूनतम तापमान 16.1 डिग्री सेल्सियस पाया गया, जो गुरुवार को लुढ़क कर 11.4 डिग्री सेल्सियस हो गया। अधिकतम तापमान में भी लगभग दो डिग्री की कमी दर्ज की गई। गुरुवार को अधिकतम तापमान 22.8 डिग्री सेल्सियस पाया गया। मौसम विभाग ने बताया कि दिसंबर के दूसरे हफ़्ते से ठंड और बढ़ सकती है।
तराई इलाकों में घना कोहरा छाया रहा। पटना के डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने सभी अधिकारियों को शीतलहर से निपटने के लिए तैयारी करने को कहा है। वहीं डॉक्टरों की ओर से सलाह दी गई है कि ठंड से बचने के लिए ज्यादा से ज्यादा गर्म कपड़े पहने। आवश्यकता न होने पर बाहर ना निकलें। सर्दियों में ठंड से बचने के लिए गर्म चीज़ें पिएं। बुजुर्गों और बच्चों का ध्यान रखें। बीमार पड़ने पर डॉक्टर की सलाह से ही दवाई ले। सरकार की ओर से जारी की गई गाइडलाइन्स का पालन करें।