Nitish Kumar News: बिहार की नीतीश सरकार में फिलहाल सीएम के अलावा 8 मंत्री ही शामिल हैं। जबकि ये संख्या कम से कम 35 तक जा सकती है। मगर, यह बड़ा सवाल है कि बिहार में मंत्रिमंडल का विस्तार कब किया जाएगा? पहले माना जा रहा था 19 फरवरी ये शुभ दिन हो सकता है। मगर, अब तो बात होली तक पहुंच गई है।
एक मार्च को हो सकता है मंत्रिमंडल का विस्तार
बिहार में कैबिनेट का विस्तार कब होगा? सियासी गलियारों में आजकल सबसे ज्यादा पूछे जाने वाला सवाल यहीं है। कई पार्टियों के सीनियर नेता तो पत्रकारों से क्लू निकालने में लग जाते हैं। मगर, लालबत्ती के ख्वाहिशमंदों को अभी कुछ दिन और इंतजार करना होगा। नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में 28 जनवरी को NDA की नई सरकार ने शपथ ली थी। मुख्यमंत्री के अलावा जेडीयू, भाजपा, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के 7 मंत्री बने। इसके साथ निर्दलीय विधायक सुमित सिंह ने भी मंत्री पद की शपथ ली थी। तब से मंत्रिमंडल विस्तार की सिर्फ अटकलें लगाई जा रही है। कयास लगाए जा रहे है कि 29 फरवरी या 1 मार्च को कैबिनेट का विस्तार हो सकता है।
कहां फंस रहा है पेंच?
अब बिहार में सबकी नजरें नीतीश मंत्रिमंडल के विस्तार पर टिकी हैं। 17 फरवरी को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था कि सरकार ठीक से काम कर रही है। मंत्रिमंडल का विस्तार भी बहुत जल्द हो जाएगा। इस पर चिंता मत कीजिए। समय पर सब कुछ हो जाएगा। मगर, सियासी गलियारे में हलचल चल रही है कि आखिर वो समय कब आएगा? जबकि पहले से मंत्रियों के नंबर को लेकर फॉर्मूला सेट है तो आखिर पेंच कहां फंस रहा है? वैसे, नीतीश सरकार में फिलहाल सीएम के अलावा 8 मंत्री हैं। बीजेपी से विजय कुमार सिंह, सम्राट चौधरी और प्रेम कुमार कैबिनेट में शामिल हैं। JDU से विजय कुमार चौधरी, श्रवण कुमार और विजेंद्र यादव मंत्रिमंडल में हैं। जबकि, जीतन राम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा से उनके बेटे संतोष कुमार सुमन को मंत्री पद मिला हैं। निर्दलीय विधायक सुमित कुमार सिंह की लॉटरी 28 जनवरी को ही लग चुकी है। इन सब को विभाग भी देर से ही एलॉट हुआ था।
होली से पहले मंत्रिमंडल विस्तार की उम्मीद
दरअसल, शपथ (28 जनवरी) के सातवें दिन (3 फरवरी) विभागों का एलॉटमेंट हुआ। इसके नौवें दिन (12 फरवरी) से बिहार विधानसभा का सत्र शुरू हो गया। विधानसभा का सत्र 1 मार्च तक चलेगा। इस दौरान मंत्रिमंडल विस्तार की उम्मीद न के बराबर है। 3 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बेतिया में कार्यक्रम है। इसका मतलब ये हुआ कि 3 मार्च के बाद ही किसी दिन मंत्रिमंडल का विस्तार हो सकता है। यानी 25 मार्च की होली से पहले कुछ विधायकों की होली और ज्यादा रंगीन हो सकती है। नीतीश के नए मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर चर्चा जोरों में है। गठबंधन टूटने से पहले नीतीश कुमार कैबिनेट में जो लोग शामिल थे, उनमें से कई को इस बार ड्रॉप किया जा सकता है। देश लोकसभा चुनाव की ओर जाने वाला है और कास्ट सर्वे रिपोर्ट के बाद जातियों ने अपनी दावेदारी मजबूती से पेश की है। लिहाजा, JDU और BJP को इन सब बातों को बैलेंस करने में भी ज्यादा माथापच्ची करनी पड़ रही है। ऐसे में नाम और सीनियरिटी के हिसाब से अनुमान लगाना भी मुश्किल हो रहा है।