पटना: बिहार में फर्जी सर्टिफिकेट पर नौकरी करने वाले शिक्षकों पर मुशीबत की गाज गिर गई है. कुछ दिन पहले निगरानी विभाग की ओर से मोतिहारी में 14 शिक्षकों को चिह्नित करते हुए पीपराकोठी, बंजरिया और तुरकौलिया थाने में मामला दर्ज किया गया था। मोतिहारी के 10 और शिक्षक निशाने पर एक बार फिर मोतिहारी […]
पटना: बिहार में फर्जी सर्टिफिकेट पर नौकरी करने वाले शिक्षकों पर मुशीबत की गाज गिर गई है. कुछ दिन पहले निगरानी विभाग की ओर से मोतिहारी में 14 शिक्षकों को चिह्नित करते हुए पीपराकोठी, बंजरिया और तुरकौलिया थाने में मामला दर्ज किया गया था।
एक बार फिर मोतिहारी में ही 10 और शिक्षक पकड़े गये हैं जो फर्जी शैक्षणिक प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी कर रहे थे. अब उनकी नौकरी जा सकती है. मंगलवार (01 अक्टूबर) को निगरानी की ओर से उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करायी गयी है. कल्याणपुर थाना क्षेत्र से 7 और चकिया थाना क्षेत्र से 3 फर्म स्थापित की गई हैं। इनमें पुरुष और महिलाएं दोनों शिक्षक शामिल हैं.
विभा कुमारी, नवसृजित प्राथमिक स्कूल, बांस घाट (पासवान टोला)
रानू पासवान, राजकीय प्राथमिक स्कूल, विशुनपुर
मनोरमा कुमारी, उत्क्रमित मध्य स्कूल, खरकी कुअवां
जयप्रकाश कुमार यादव, नवसृजित प्राथमिक स्कूल, नुनियाटोली, फुलवरिया
संतोष कुमार महतो, उत्क्रमित मध्य स्कूल, अलौला उर्दू
अजय राम, राजकीय प्राथमिक स्कूल, अहिमन छपरा
मुन्ना कुमारी, उत्क्रमित मध्य स्कूल, सुजान कन्या
चंद्रलता कुमारी, उत्क्रमित मध्य स्कूल, अलौला उर्दू
संतोष कुमार, प्राथमिक स्कूल, बंशी बाबा शंभू चक
सुधा कुमारी, उत्क्रमित मध्य स्कूल, सिसवा बसंत
बता दें कि पटना हाई कोर्ट के निर्देश पर फर्जी सर्टिफिकेट पर नौकरी करने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई की जा रही है. निगरानी विभाग शैक्षणिक योग्यता की जांच कर रहा है. इसी क्रम में निगरानी विभाग के डीएसपी राजेश कुमार ने मंगलवार को कल्याणपुर प्रखंड के चकिया थाने में तीन और कल्याणपुर थाने में सात शिक्षकों के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी है. चकिया डीएसपी सत्येन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि आवेदन के आधार पर कानूनी कार्रवाई की जा रही है.