पटना। नरकटियागंज के भिखनाठोरी बीओपी में तैनात कांस्टेबल ने खुद को गोली मारी ली। फिलहाल ऐसा करने की वजह सामने नहीं आई है। गोली चलने की आवाज से पहुंचे सभी जवान एसएसबी 44वीं बटालियन में तैनात जवान जगदीश बतनी ने बुधवार की सुबह खुद को गोलीमार कर आत्महत्या कर ली। नरकटियागंज के भिखनाठोरी बीओपी में […]
पटना। नरकटियागंज के भिखनाठोरी बीओपी में तैनात कांस्टेबल ने खुद को गोली मारी ली। फिलहाल ऐसा करने की वजह सामने नहीं आई है।
एसएसबी 44वीं बटालियन में तैनात जवान जगदीश बतनी ने बुधवार की सुबह खुद को गोलीमार कर आत्महत्या कर ली। नरकटियागंज के भिखनाठोरी बीओपी में तैनात कांस्टेबल ने खुद को गोली क्यों मारी अब तक इस बात का खुलासा नहीं हो पाया है। जिस हथियार से जवान ने अपने आप को गोली मारी थी पुलिस ने उसे जब्त कर लिया है। एसएसबी डिप्टी कमांडेंट हरिमेंद्र कुमार दुबे ने इस घटना की पुष्टि की है। मृतक जवान आंध्रप्रदेश के श्रीकाकुलम जिले के उजरपुटु थाने के पोलिसाह रांची का रहने वाला था। बताया जा रहा है कि जैसे ही गोली चलने की आवाज आई सभी जवान दौड़कर बैरक में पहुंचे। जवानों ने देखा की कांस्टेबल जगदीश खून से लथपथ पड़ा हुआ है। कांस्टेबल के गर्दन में गोली लगी थी जो की सिर के तरफ से निकल गई थी।
जवान के द्वारा खुद को गोली मारने की सूचना पर एसडीपीओ कुंदन कुमार, शिकारपुर के इंस्पेक्टर रामाश्रय यादव और सहोदरा थानाध्यक्ष धीरज कुमार अपने पुलिस बल के साथ बीओपी पहुंचे। पुलिस ने जवान के शव को पोस्टमार्टम के लिए जीएमसीएच अस्पताल भेज दिया। सहोदरा थानाध्यक्ष धीरज कुमार ने बताया कि जवान का पोस्टमार्टम कराकर शव को जवान के घर भेज दिया गया है। उन्होंने बताया कि आत्महत्या करने के कारणों का खुलासा नहीं हो पाया है।
एसएसबी के डिप्टी कमांडेंट हरिमेंद्र कुमार दुबे ने बताया कि मुजफ्फरपुर की एफएसएल की टीम द्वारा मामले की जांच हो रही है। यह बताया जा रहा है कि एक हफ्ते पहले ही जगदीश अपने घर से 15 दिनों की छुट्टी के बाद लौटा था। वह बता रहा था कि उसकी मां बीमार है और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। फिलहाल पुलिस आत्महत्या का कारण पता लगाने की कोशिश कर रही है।