पटना। मुजफ्फरपुर किडनी कांड की पीड़िता सुनीता जिंदगी और मौत से जूझ रही हैं। दोनों किडनी गंवा चुकी सुनीता की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। गुरुवार को उसकी तबियत इतनी बिगड़ गयी की उसे ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया। बताया गया हैं कि सुनीता के पूरे शरीर में चेचक फ़ैल गयी है। जिस वजह से […]
पटना। मुजफ्फरपुर किडनी कांड की पीड़िता सुनीता जिंदगी और मौत से जूझ रही हैं। दोनों किडनी गंवा चुकी सुनीता की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। गुरुवार को उसकी तबियत इतनी बिगड़ गयी की उसे ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया। बताया गया हैं कि सुनीता के पूरे शरीर में चेचक फ़ैल गयी है। जिस वजह से उसे आईसीयू से निकाल कर अलग वार्ड में रखा गया। उस वार्ड में सुनीता के अलावा कोई अन्य मरीज नहीं था। उसके पूरे शरीर में चेचक फैलने के कारण उसका डायलिसिस नहीं किया गया। जिस वजह से उसका दम फूलने लगा। फिर उसे ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया। फिर अगले दिन उसका डायलिसिस किया गया, क्योंकि डायलिसिस करना जरुरी होता हैं। इसके बिना मरीज का बचना मुश्किल हैं। बताया जा रहा है कि सुनीता के इलाज के लिए एसकेएमसीएच में डॉक्टरों की टीम जुटी हुई हैं।
वहीं सुनीता की तबियत बिगड़ने पर उसका पति अपने बच्चों को लेकर घर लौट आया। उसने कहा कि अभी तक सुनीता के लिए किडनी की व्यवस्था नहीं हो पाई है। विभाग के तरफ से भी कोई पहल नहीं किया जा रहा। हमने डॉक्टर को बोला भी है कि यदि डायलिसिस पर ही जीना है तो उसे घर ले जाने की अनुमति दे। वो वहीं पर उसकी देखभाल करेंगे और जब डायलिसिस का समय होगा तो अस्पताल लेकर आएंगे। लेकिन डॉक्टरों ने सुनीता को घर ले जाने की अनुमति नहीं दी है।
गौरतलब हैं कि मुजफ्फरपुर में एक सनसनीखेज मामला सामने आया था, जहां एक निजी नर्सिंग होम में इलाज कराने गई महिला की दोनों किडनी निकाल ली गई थी। सितंबर 2022 में सुनीता देवी नाम की महिला अपने गर्भाशय संक्रमण का इलाज कराने शहर के बरियापुर इलाके में स्थित एक निजी क्लिनिक गई थी। जहां पर दो फर्जी डॉक्टर ने धोखे से उसकी दोनों किडनी निकाल ली। उस घटना ने सुनीता की जिंदगी बदतर कर दी है। पीड़िता मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच में डायलिसिस के सहारे जीवित है।