पटना। नेपाल में हो रही जबरदस्त बारिश के बीच गंडक नदी के जलस्तर में तेजी से बढ़ोत्तरी हो रही है। गोपालगंज की नदी डेंजर लेवल से 85सेमी से ऊपर बह रही है। गुरुवार की सुबह 7 बजे वाल्मीकिनगर बराज से 1.80 हजार क्यूसेक डिस्चार्ज रहा। जो शाम के 6 बजे 2.51 क्यूसेक पहुंच गया। गंडक […]
पटना। नेपाल में हो रही जबरदस्त बारिश के बीच गंडक नदी के जलस्तर में तेजी से बढ़ोत्तरी हो रही है। गोपालगंज की नदी डेंजर लेवल से 85सेमी से ऊपर बह रही है। गुरुवार की सुबह 7 बजे वाल्मीकिनगर बराज से 1.80 हजार क्यूसेक डिस्चार्ज रहा। जो शाम के 6 बजे 2.51 क्यूसेक पहुंच गया। गंडक नदी के जल स्तर में तेजी से हुई वृद्धि के कारण तटबंधों पर जहां दबाव बढ़ने लगा है। शुक्रवार को गांवों में पानी के और ज्यादा बढ़ने की आशंका है। तराई वाले क्षेत्रो में 43 गांवों के 65 लाख की आबादी से बाढ़ की त्रासदी की आशंका जताई है।
बीते 6 दिनों में नदी में आई बाढ़ से गांव पहले से ही घिरे है। जिले के 6 प्रखंडों में के 43 गांवों बाढ़ से प्रभावित है। अभी सड़के पानी से पूरी तरह से लबालब है। अभी पानी के स्तर में कमी भी नहीं आई थी कि शुक्रवार को जल स्तर में और वृद्धि हो गई। गांवों का शहर से संपर्क टूट गया है। जल संसाधन विभाग के अभियंता प्रमुख ने नेपाल के पोखरा में 174 मिली बारिश होने की वजह से गंडक नदी में जल स्तर के बढ़ने को लेकर अलर्ट जारी किया है। इससे तटबंधों पर नजर बनाई बनी हुई है। डीएम मो मकसूद के इंजीनियरों को हाइअलर्ट मोड में संवेदकों के साथ कटिबद्धता रहने का आदेश दिया है। मुख्य अभियंता संजय कुमार बाढं संघर्षात्मक बल के अध्यक्ष नवल किशोर सिंह, कार्यपालक अभियंता प्रमोद विभाग की चुनौती दी है।
बाढ़ के कारण घरों में राशन व सब्जियों को लेकर परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बच्चों को स्कूल जान जोखिम में डाल कर जाना पड़ रहा है। खेती में पानी भरे होने के कारण पशुओं को चारा लाने भी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। सदर प्रखंज के कटघरवां, मेंहदियां, हीरापाकड़, बरइपट्टी और रामपुर टेंगराही जैसे जिलों के 43 गांव बाढ़ की चपेट में है।