पप्पू यादव को बड़ी राहत, 30 साल पुराने मामले में गाजीपुर कोर्ट ने किया बरी

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पटना। पूर्व लोकसभा सांसद एवं जन अधिकार पार्टी के नेता पप्पू यादव को 30 साल पुराने एक मामले में गाजीपुर की अदालत ने दोषमुक्त करार दिया है। बता दें कि आचार संहिता उल्लंघन मामले में साक्ष्य के अभाव में पप्पू यादव समेत 11 आरोपियों को गाजीपुर कोर्ट ने दोषमुक्त कर दिया। यह मामला यूपी के गाजीपुर के शहनिंदा का है। वर्ष 1993 में विधानसभा चुनाव के दौरान प्रदर्शन करने में पप्पू यादव पर भी मामला दर्ज हुआ था। इसे लेकर दंडाधिकारी शरद कुमार चौधरी की अदालत ने सबूत न होने की वजह से उन्हें बरी कर दिया।

कुर्सी के लिए कुछ भी कर सकती बीजेपी

वहीं फैसले के बाद कोर्ट से बाहर निकलने पर पप्पू यादव ने बीजेपी और सीएम योगी पर जमकर निशाना साधा। मीडिया से बात करते हुए जाप प्रमुख ने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को दूसरी जाति के लोग ही गुंडे दिखते है।बीजेपी को सिर्फ कुर्सी से प्यार है। कुर्सी के लिए भाजपा वाले कुछ भी कर सकते हैं। इसके लिए इन्होंने सबसे बड़े अलगाववादी महबूबा मुफ्ती से समझौता कर लिया। शरद पवार के भतीजे को अपने साथ ले गए।

जानिए ज्ञानवापी को लेकर क्या कहा

इसके अलावा पप्पू यादव ने कहा कि बीजेपी के लिए देश, संविधान और इंसान कुछ भी नहीं है। ये लोग रोजगार पर, बेरोजगारी पर कोई बात नहीं करते हैं। इस दौरान पप्पू यादव ने ज्ञानवापी पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि इस प्रकरण में हम लोग न्यायालय को सर्वोपरि मानते हैं। मामला अभी न्यायालय में है। कोर्ट का निर्णय जो होगा वो हम लोग भी मानेंगे।