पटना। जनता को साधने के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बीते दिन बिहार दौरे पर थे। वहीं केंद्रीय राज्य मंत्री अश्विनी चौबे मंच पर सबसे किनारे की कुर्सी पर बैठे थे। नजर पड़ते ही प्रधानमंत्री ने लपककर उनका हाथ पकड़ा और कुछ फुसफुसाए। फिर चौबे को अपने बगल की कुर्सी पर बैठा लिया। उसके बाद कुछ […]
पटना। जनता को साधने के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बीते दिन बिहार दौरे पर थे। वहीं केंद्रीय राज्य मंत्री अश्विनी चौबे मंच पर सबसे किनारे की कुर्सी पर बैठे थे। नजर पड़ते ही प्रधानमंत्री ने लपककर उनका हाथ पकड़ा और कुछ फुसफुसाए। फिर चौबे को अपने बगल की कुर्सी पर बैठा लिया। उसके बाद कुछ देर तक दोनों के बीच बातचीत चलती रही। अश्विनी चौबे पिछली बार बक्सर से सांसद चुने गए थे। इस बार भाजपा ने उनकी जगह मिथिलेश तिवारी को अवसर दिया है।
चौबे को कोसने वाले कोसते रहें, लेकिन प्रधानमंत्री के इस स्नेह-सानिध्य से वे गदगद हो चुके हैं। मंच पर अलग-थलग दिख रहे लोक जनशक्ति पार्टी (राष्ट्रीय) के नेता पशुपति कुमार पारस के भी निकट जाकर प्रधानमंत्री ने उनके कान में कुछ कहा। दोनों की कानाफूसी का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर खूब प्रसारित हो रहा है।राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में अपनी पार्टी की हिस्सेदारी नहीं मिलने से क्षुब्ध होकर पारस ने केंद्रीय मंत्रिमंडल से त्यागपत्र दे दिया था। हालांकि, बाद में उन्होंने राजग के लिए सहयोग-सक्रियता की प्रतिबद्धता भी जताई। उसी प्रतिबद्धता के कारण वे मंच पर पहुंचे थे। प्रधानमंत्री की पुचकार ने निहाल कर दिया है।