पटना। प्रदेश का एयर क्वालिटी इंडेक्स 232 रिकॉर्ड किया गया। हवा की गुणवत्ता खराब होने से लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है। यह हवा स्वास्थ्य के लिए दमघोटू है। हवा में प्रदूषण के कारण लोगों को स्वास्थ्य संबंधी बीमारी बढ़ रही है। प्रदूषित हवा में सांस लेकर लोग बीमार पड़ रहे हैं। […]
पटना। प्रदेश का एयर क्वालिटी इंडेक्स 232 रिकॉर्ड किया गया। हवा की गुणवत्ता खराब होने से लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है। यह हवा स्वास्थ्य के लिए दमघोटू है। हवा में प्रदूषण के कारण लोगों को स्वास्थ्य संबंधी बीमारी बढ़ रही है। प्रदूषित हवा में सांस लेकर लोग बीमार पड़ रहे हैं।
लोगों को इस प्रदूषण के कारण खांसी, चर्म रोग, इंफेक्शन जैसे बीमारी हो रही हैं। अस्पतालों में इन बीमारियों को लेकर बड़ी संख्या में मरीज पहुंच रहे हैं। सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में ऐसे कई मरीज आए जिन्हें सांस लेने में तकलीफ के कारण डॉक्टर के पास पहुंचे। खांसी और चर्म रोग संबंधी बीमारी के इलाज के लिए लोग पहुंच रहे हैं। खांसी का इलाज कराने जीएमसीएच में आए IIT के संजय प्रसाद ने कहा कि उन्हें पिछले कुछ माह से सांस संबंधी परेशानी है।
इन दिनों खासी की समस्या काफी हद तक बढ़ गई है। प्रदूषित हवा के कारण कई बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। अगर हवा के प्रदूषण को नहीं रोका गया तो कई लोग गंभीर रुप से बीमार पड़ सकते हैं। अस्पताल में इलाज कराने आए न्यू कॉलोनी के अजय वर्णवाल का कहना है कि हवा में प्रदूषण के कारण बीमारियों का खतरा बढ़ा है। वे कुछ दिनों से चर्म रोग की समस्या से जूझ रहे हैं। चिकित्सक डा. देवाशीष चटर्जी ने बताया कि एयर क्वालिटी इंडेक्स 232 स्वास्थ्य के लिए बहुत खराब है।
खराब हवा सांस लेने में तकलीफ, खांसी, फेफड़े, कान, नाक और गले में इन्फेक्शन, चर्म रोग आदि की समस्या को पैदा कर रहे हैं। नगर में जगह-जगह बिखरे सड़क जाम, कूड़े कचरे और वाहनों से निकलने वाले धुआं के कारण नगर का एयर क्वालिटी इंडेक्स तेजी से बढ़ रहा है। नगर के सड़कों पर दिन भर जाम लगा रहता है। जाम में फंसे वाहनों से धुंआ निकलता रहता है। कई लोग आग के लिए कोयले का इस्तेमाल करते हैं। जो हवा में घुल मिलकर इसे प्रदूषित कर रहा हैं। जानकारों की माने तो एयर क्वालिटी इंडेक्स 50 स्वास्थ्य के लिए ठीक है।