पटना। लैंड फॉर जॉब मामले में पिछले 5 घंटे से राजद सुप्रीमो लालू यादव से ईडी पूछताछ कर रही है। वहीं पटना ईडी ऑफिस के बाहर राजद समर्थकों का जमावड़ा लगा हुआ है। इसे लेकर बाहर की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। साथ ही पूछताछ के दौरान CRPF के 15 जवान ईडी ऑफिस के अंदर मौजूद हैं। नीतीश कुमार के बीजेपी के साथ मिलकर सरकार के बनाने के एक दिन बाद ही लालू यादव पर यह कार्रवाई हुई है। लालू यादव के समर्थक भड़के हुए हैं और केंद्र के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे हैं।
मीसा ने लगाया ये आरोप
बताया जा रहा है कि लालू से पूछताछ के लिए ED की टीम ने करीब 50 सवालों की सूची तैयार की थी। उनसे अब तक 40 सवाल पूछे गए हैं। सूत्रों के मुताबिक लालू यादव ने अब तक सवालों के जवाब अब तक हां और न में दिया है। बता दें कि लालू यादव आज सुबह अपनी बड़ी बेटी मीसा भारती के साथ ED दफ्तर पहुंचे थे। मीसा ने आरोप लगाया कि उन्हें अपने पिता के साथ अंदर जाने की अनुमति नहीं दी गई है जबकि सब जानते हैं कि वो बीमार रहते हैं। हालांकि मीसा भारती लालू यादव को खाना और दवा पहुंचाने अंदर गईं थी।
क्या है नौकरी के बदले जमीन घोटाला
नौकरी के बदले जमीन का घोटाला 14 साल पहले का है। केंद्र में यूपीए की सरकार थी और लालू यादव रेल मंत्री थे। सीबीआई का कहना है कि लोगों को रेलवे में ग्रुप डी के पदों पर सब्सटीट्यूट के तौर पर भर्ती किया गया था। जब इनका जमीन को लेकर सौदा हो गया तो उनकी नौकरी रेगुलर कर दी गयी। सीबीआई जांच के दौरान ये बात सामने आयी कि रेलवे में सब्सटीट्यूट भर्ती का कोई विज्ञापन या पब्लिक नोटिस जारी नहीं हुआ था। वहीं जिन परिवारों ने लालू यादव को अपनी जमीन दी उनके सदस्यों को जयपुर, हाजीपुर, जबलपुर, कोलकाता, मुंबई और जबलपुर में नियुक्त किया गया था। इसे लेकर सीबीआई का कहना है कि जब लालू यादव रेल मंत्री थे उन्होंने जमीन के बदले 7 अयोग्य उम्मीदवारों को रेलवे में नौकरी दी थी।