पटना। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री व पिछड़ों के मसीहा कहे जाने वाले कर्पूरी ठाकुर की आज 100वीं जयंती (Bharat Ratna Karpuri Thakur)हैं। इससे पहले 23 जनवरी को सरकार ने उन्हें भारत रत्न देने का ऐलान किया। कर्पूरी ठाकुर को मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित किए जाने पर उनकी पोती डॉ जागृति ने प्रतिक्रिया दी है।
जानें क्या बोलीं उनकी पोती
पूर्व सीएम कर्पूरी ठाकुर की पोती डॉ जागृति ने कहा कि बहुत अच्छा लग रहा है, बहुत गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। मेरे जन्म से पहले ही उनका देहांत हो गया था, लेकिन मैंने अपने माता-पिता से उनके बारे में बहुत सुना है कि वे कितने बड़े नेता थे। वे जान के नायक थे। वो सिर्फ हमारे नहीं थी बल्कि पूरे देश के थे। वे गरीबों के नेता थे। उनका नाम तो अभी सब लेते हैं उनके विचारों का कोई अनुशरण नहीं करता है।
कौन थें कर्पूरी ठाकुर
कर्पूरी ठाकुर का जन्म समस्तीपुर के पितौंझिया में हुआ था। यह गांव अब कर्पूरीग्राम के नाम से जाना जाता है। कर्पूरी ठाकुर सामाजिक रूप से पिछड़ी समुदायों के विकास के लिए किये गए अतुलनीय कार्य के लिए जाने जाते हैं। बता दें कि वे स्वतंत्रता सेनानी, शिक्षक, राजनीतिज्ञ तथा दो बार बिहार के मुख्यमंत्री और एक बार उप मुख्यमंत्री रह चुके हैं।