पटना। बिहार बोर्ड इंटर परीक्षा के चौथे दिन से परीक्षार्थियों के लिए एक नया नियम लागू हो गया है। अब परीक्षा केंद्रों पर जूता-मोजा पहनकर एंट्री नहीं मिलेगी। यह सख्त नियम नकल पर रोक लगाने के उद्देश्य से लागू किया गया है। 6 से 15 फरवरी तक चलने वाली इस परीक्षा में सभी परीक्षा केंद्रों […]
पटना। बिहार बोर्ड इंटर परीक्षा के चौथे दिन से परीक्षार्थियों के लिए एक नया नियम लागू हो गया है। अब परीक्षा केंद्रों पर जूता-मोजा पहनकर एंट्री नहीं मिलेगी। यह सख्त नियम नकल पर रोक लगाने के उद्देश्य से लागू किया गया है। 6 से 15 फरवरी तक चलने वाली इस परीक्षा में सभी परीक्षा केंद्रों पर इसका सख्ती से पालन किया जाएगा।
गुरुवार को परीक्षा के प्रथम पाली में विज्ञान और वाणिज्य संकाय के विद्यार्थियों के लिए अंग्रेजी की परीक्षा सुबह 9:30 बजे से दोपहर 12:45 बजे तक आयोजित की गई। दूसरी पाली में कला संकाय और वोकेशनल कोर्स के छात्रों ने हिंदी में परीक्षा दी, जो दोपहर 2 बजे से शाम 5:15 बजे तक चली। इंटर परीक्षा के तीसरे दिन विज्ञान संकाय के विद्यार्थियों ने फिजिक्स की परीक्षा दी, जिसमें कुल 6,39,685 परीक्षार्थी शामिल हुए। वहीं, भूगोल और बिजनेस स्टडी का पेपर 4,90,382 छात्रों ने दिया।
सभी परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुई, लेकिन दुर्व्यवहार के मामले भी सामने आए। बिहार बोर्ड ने नकल रोकने के लिए कई कदम उठाए हैं। 10 जिलों से कुल 26 परीक्षार्थियों को कदाचार करने के आरोप में निष्कासित कर दिया गया। इनमें गोपालगंज और वैशाली से 6-6, पटना और सारण से 3-3, भोजपुर और गया से 2-2, वहीं नवादा, मधेपुरा, खगड़िया और अररिया से 1-1 परीक्षार्थी को निकाला गया। इसके अतिरिक्त नालंदा, अरवल, भोजपुर और सुपौल में 4 फर्जी परीक्षार्थी पकड़े गए, जो किसी और की जगह परीक्षा दे रहे थे।
साइंस स्ट्रीम के छात्रों के लिए फिजिक्स की परीक्षा काफी मुश्किल रही। खासकर बायोलॉजी स्ट्रीम के छात्रों का पेपर कठिन रहा। वहीं मैथ स्ट्रीम के विद्यार्थियों को प्रश्न अपेक्षाकृत सरल लगे। ऑब्जेक्टिव प्रश्नों ने कई छात्रों को उलझन में डाल दिया है। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने पटना के विभिन्न परीक्षा केंद्रों का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने गर्दनीबाग, मिलर स्कूल, अमलाटोला और बांकीपुर राजकीय बालिका प्लस 2 विद्यालय में परीक्षा व्यवस्थायों की जांच की गई।