बिहार के नालों की बढ़ी व्यवस्था, संप हाउस में लगे सीसीटीवी और वाइब्रेशन सेंसर

पटना। अब राजधानी पटना के 9 संप हाउस (गंदे पानी को बाहर निकालने वाली जगह) के वाटर लेवल की रियल टाइम मॉनिटरिंग की जाएगी। इन संप हाउस पर CCTV कैमरे और सेंसर लगाए जा रहे हैं। इससे संप हाउस में पानी का लेवल बढ़ते ही ऑटोमैटिक पंप चालू हो जाएगी और पानी को बाहर भी […]

Advertisement
बिहार के नालों की बढ़ी व्यवस्था, संप हाउस में लगे सीसीटीवी और वाइब्रेशन सेंसर

Pooja Pal

  • February 4, 2025 5:15 am IST, Updated 1 day ago

पटना। अब राजधानी पटना के 9 संप हाउस (गंदे पानी को बाहर निकालने वाली जगह) के वाटर लेवल की रियल टाइम मॉनिटरिंग की जाएगी। इन संप हाउस पर CCTV कैमरे और सेंसर लगाए जा रहे हैं। इससे संप हाउस में पानी का लेवल बढ़ते ही ऑटोमैटिक पंप चालू हो जाएगी और पानी को बाहर भी निकाल देगा। CCTV लगने से संप हाउस की 24 घंटे मॉनिटरिंग की जाएगी।

गंदे पानी की वजह से लोग घर में कैद

IIT दिल्ली की निगरानी में तैयार हुए इस 7.8 करोड़ रुपए के हाइटेक मॉनिटरिंग सिस्टम का उद्धाटन इसी महीने होना है। इस सिस्टम का उद्धाटन सीएम नीतीश कुमार करेंगे। साल 2019 के अक्टूबर महीने में 72 घंटे में 300 मिमी से ज्यादा बारिश हुई थी, जिससे पूरा पटना पानी में डूब गया। हर तरफ केवल पानी ही पानी था। पटना के लगभग 80 फीसदी से ज्यादा घरों के ग्राउंड फ्लोर में नाले का गंदा पानी भर गया था। तबाही का मंजर ऐसा था कि 10 दिन से ज्यादा समय तक लोग घर में कैद रहें।

मोटर खराब होने की वजह से हुई दिक्कत

आलम ये था कि राज्य के डिप्टी सीएम रहे सुशील कुमार मोदी का घर भी पानी में डूब गया था। तीन दिन बाद उन्हें किसी तरह घर से बाहर निकाला गया। बारिश के थम जाने के बाद भी पटना से पानी को पूरी तरह निकालने में लगभग एक सप्ताह से ज्यादा का समय लग गया था। पटना के पानी-पानी होने के कई कारण थे। सबसे बड़ा कारण ड्रेनेज व्यवस्था को फेल्योर माना गया। तत्कालीन शहरी विकास मंत्री सुरेश शर्मा ने भी माना था कि संप हाउस में मोटर की खराबी के कारण पानी के निकासी में दिक्कत हो रही है।

किसी भी तरह की खराबी से अलर्ट मिलेगा

तभी से सरकार नालों की सफाई और संप हाउस को हाईटेक बनाने के लिए काम कर रही है। पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड के सीजीएम सुनील चौधरी के मुताबिक, इस प्रणाली के तहत संप हाउस की निगरानी के लिए CCTV, वाटर लेवल सेंसर, टेम्प्रेचर और वाइब्रेशन सेंसर जैसे सिस्टम लगाए गए हैं। इस पूरे सिस्टम को इंटीग्रेटेड कमांड सेंटर से लैस किया गया है। संप हाउस के ऑटोमेशन से किसी भी प्रकार की असामान्य स्थिति जैसे पानी का स्तर निर्धारित सीमा से ऊपर जाना या पंप के खराब होने पर कंट्रोल रूम को अलर्ट मिलेगा।

Advertisement