बिहार में 14 शिक्षकों का पत्ता साफ, फर्जी दस्तावेज से पाई थी नौकरी

पटना। बिहार के पूर्वी चंपारण में फर्जी प्रमाण पत्रों के आधार पर नौकरी कर रहे 14 शिक्षकों के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है। जिनमें 4 महिला शिक्षक भी शामिल हैं। राज्य सतर्कता विभाग ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया है। यह मामला 2006 से 2015 के बीच हुई शिक्षकों की भर्ती से संबंधित है। […]

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बिहार में 14 शिक्षकों का पत्ता साफ, फर्जी दस्तावेज से पाई थी नौकरी

Pooja Pal

  • January 8, 2025 9:53 am IST, Updated 1 day ago

पटना। बिहार के पूर्वी चंपारण में फर्जी प्रमाण पत्रों के आधार पर नौकरी कर रहे 14 शिक्षकों के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है। जिनमें 4 महिला शिक्षक भी शामिल हैं। राज्य सतर्कता विभाग ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया है। यह मामला 2006 से 2015 के बीच हुई शिक्षकों की भर्ती से संबंधित है। एक खंडपीठ के निर्देश पर सतर्कता विभाग ने मामले की जांच की थी।

शिक्षकों के प्रमाण पत्र फर्जी पाए

जांच में इन शिक्षकों के प्रमाण पत्र फर्जी निकले थे। बिहार में अब तक ऐसे 10519 मामले दर्ज हो चुके हैं, जिनमें 2724 लोगों को आरोपी पाया गया है। एक खंडपीठ ने बिहार सतर्कता विभाग के निदेशक को इस मामले की जांच करने को कहा था। जांच में इन 14 शिक्षकों के प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए। सतर्कता विभाग के पुलिस उपाधीक्षक राजेश कुमार के मुताबिक इन शिक्षकों के दस्तावेज जांच में नकली पाए गए हैं। एक खंडपीठ ने बिहार सतर्कता विभाग के निदेशक को इस मामले की जांच के आदेश दिए थे।

शिक्षकों के खिलाफ शिकायत दर्ज

जांच में इन 14 शिक्षकों के प्रमाण पत्र फर्जी मिले। चिरैया थाने में रविवार को 2 शिक्षकों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। इन दोनों शिक्षकों ने फर्जी अंक पत्रों के आधार पर नौकरी प्राप्त की थी। एक अखबार के मुताबिक आरोपियों में मीरपुर गांव के निवासी प्रभु प्रसाद और बाकरपुर गांव के निवासी शीला कुमारी शामिल हैं। प्रभु प्रसाद मदीलवा गांव के नव सृजित प्राथमिक विद्यालय में काम कर रहे थे।

शिकायत दर्ज कर दी है

शीला कुमारी माधोपुर गांव के नव सृजित प्राथमिक विद्यालय में काम कर रही थी। इससे पहले भी इस प्रखंड के छह शिक्षकों के प्रमाण पत्र फर्जी मिले थे, जिन्हें विभाग ने हटा दिया था। चिरैया थानाध्यक्ष महेंद्र कुमार ने बताया कि मामले में शिकायत दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी।

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