पटना। दिवाली और छठ गुजर जाने के बाद भी हवा की गुणवत्ता में कोई सुधार नहीं आ रहा है, लेकिन बिहार में अभी कड़ाके की ठंड पड़ने के कोई आसार नहीं है। मौसम विभाग के मुताबिक अगले 3-4 दिनों तक तापमान में कोई गिरावट नहीं देखी गई है। इसके चलते लोगों को गर्मी का एहसास हो रहा है।
कई जिलों की हवा खराब स्थिति में
इस बीच, हवा में नमी बढ़ने के कारण धूल के कणों में वृद्धि हो गई है, जिससे हवा की गुणवत्ता ज्यादा खराब हो रही है। राज्य के कई जिलों की हवा ‘जहरीली’ हो गई है। प्रदेश की राजधानी पटना समेत प्रदेश के कई शहरों का एक्यूआई खतरनाक लेवल पर है। पिछले 24 घंटे में सीवान की हवा खराब श्रेणी में है। वहां का एक्यूआई 294 मापा गया है। वहीं राजधानी का एक्यूआइ भी खराब स्थिति में है। इसके अतिरिक्त उत्तर बिहार के कई जिसों की हवा भी खराब स्थिति में मॉनिटर की गई।
कई जिलों का एक्यूआई 200 के पार
इसमें हाजीपुर का एक्यूआइ 209, छपरा का 229 और मुजफ्फरपुर का 207 दर्ज किया है। वहीं बीते साल ठंड के मौसम में दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर बेगूसराय रहा। जहां का एक्यूआई 147 दर्ज किया गया। राजधानी पटना में अलग-अलग दिशाओं में लगाए गए छह एक्यूआइ स्टेशनों में से समनपुरा की हवा सबसे जहरीली पाई गई। बीते दिन समनपुरा इलाके का एक्यूआइ 341 दर्ज किया गया। वहीं समनपुरा की अतिरिक्त मुरादपुर का एक्यूआइ 178 रिकॉर्ड किया है।
लोगों को हो रही बीमारी
वहीं पटना सिटी की हवा 217 मॉनिटर की गई। पटना समेत प्रदेश के कई शहरों की हवा प्रदूषित होने से लोगों को परेशानी हो रही है. दिन में गर्मी और रात को ठंड के कारण वायरल बुखार, सर्दी और खांसी जैसी बीमारी लोगों को हो रही है। कुछ इलाकों में तो शायद ही कोई ऐसा घर हो जहां सर्दी, बुखार, खांसी और सिरदर्द की समस्या से कोई बचा हो। इलाज होने के बाद भी इन मरीजों के ठीक होने में 4-5 दिन का समय लग रहा है।