पटना। राजधानी समेत प्रदेश में बीते 3-4 दिनों के दौरान ज्यादा बरसात होने से मौसम सुहाना बना रहा। प्रदेश के ऊपर बने ट्रफ लाइन और चक्रवातीय परिसंचरण के कारण बरसात में तेजी आई थी। मानसून के विदाई से पहले वह अपना प्रभाव दिखाएगा। मानसून की विदाई का समय 1 जून से 30 सितंबर तक मानसून […]
पटना। राजधानी समेत प्रदेश में बीते 3-4 दिनों के दौरान ज्यादा बरसात होने से मौसम सुहाना बना रहा। प्रदेश के ऊपर बने ट्रफ लाइन और चक्रवातीय परिसंचरण के कारण बरसात में तेजी आई थी। मानसून के विदाई से पहले वह अपना प्रभाव दिखाएगा।
1 जून से 30 सितंबर तक मानसून का समय होता है। प्रदेश में मानसून की विदाई का समय नजदीक आ गया है। चक्रवाती परिसंचरण के कारण कहीं हल्की बारिश तो कहीं बूंदाबांदी होने की संभावना जताई गई है। मौसम वैज्ञानिक के मुताबिक पटना समेत प्रदेश में बादलों का आना-जाना लगा रहा। बिहार के कुछ स्थानों पर बादलों की गर्जना के साथ कुछ हद तक बारिश हुई। वहीं आकाशीय बिजली को लेकर भी संभावना जताई जा रही है।
गोपालगंज, सिवान,पूर्वी व पश्चिम चंपारण और सारण में हल्की बारिश के साथ आकाशीय बिजली को लेकर चेतावनी जारी की गई है। लोगों से अपील की जा रही है कि वह बिना किसी आवश्यक काम के बाहर न निकले। बीते दिनों बरसात के कारण प्रदेश में बारिश की स्थिति बरकरार है। 1 जून से 29 सितंबर तक प्रदेश में 987.9 मिमी वर्षा की जगह 798.0 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई।
पटना समेत आस-पास के इलाकों में बादलों की आवाजाही बने होने के कारण कुछ जगहों पर बूदांबादी से मौसम सुहाना बना रहा। लोगों को गर्मी से कहीं हद तक राहत मिली। बीते 24 घंटों के दौरान प्रदेश के अलग-अलग भागों में सामान्य से भारी बरसात रिकॉर्ड की गई। सीतामढ़ी के ढेंगराघाट में सबसे ज्यादा बरसात 135.0 मिमी दर्ज की गई है।