पटना। बिहार के एक गांव में तेंदुए बालकनी पर बैठा पाया गया। जिससे पूरे गांव में डर का माहौल है। पूर्वी चंपारण के संग्रामपुर प्रखंड के इस गांव में लोगों में खौफ का माहौल बना हुआ है। संग्रामपुर प्रखंड की उत्तरी मधुबनी पंचायत वार्ड तीन के दरियापुर गांव में एक घर के बालकनी में घंटेभर तक तेंदुआ बैठा रहा।
गांव की बांसवारी में छिपा तेंदुआ
जबतक तेंदुआ बालकनी में बैठा रहा, तब तक घर के लोग कमरे से बाहर नहीं आए। गांव वालों ने इस बात की सूचना वन विभाग को दी। वन विभाग की टीम गांव पहुंची और पगमार्क से तेंदुए की तलाश करने लगी। ग्रामीणों के मुताबिक मंगलवार देर शाम से ही गांव के मोनाफ खान नाम के व्यक्ति के बरामदे पर तेंदुए को बैठा देखा। जिसके बाद परिवार के लोगों ने खुद को घर में कैद कर लिया। संभावना है कि गांव की बांसवारी में ही तेंदुआ छिपा हुआ है।
वन विभाग से की अपील
इस संबंध में गांव की पानकली देवी ने बताया कि लगभग 11 बजे नीरज दुबे के घर के पास स्थित बांसवारी की झाड़ी में तेंदुए को देखा गया। किसी तरह की अनहोनी से ग्रामीणों में डर बना हुआ है। उतरी मधुबनी पंचायत पंसस नुसरत फातमा का कहना है कि रात में गांव वालों ने इकट्ठा होकर तेंदुए को भगाने की कोशिश की थी, लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ। सुबह के समय वह काबलकनी से उठकर चला गया। मुखिया संघ प्रखण्ड अध्यक्ष रवि सिंह ने वन विभाग से जानवर को जल्द पकड़ने की अपील की है।
वन विभाग ने घर से न निकलने की दी सलाह
वन विभाग के उप परिसर पदाधिकारी धर्मेंद्र कुमार का कहना है कि घास पर पैरों के निशान होने से कुछ स्पष्ट नहीं हो रहा है। फिलहाल वन विभाग ने जानवर को नहीं पकड़ा है। डीएफओ राजकुमार शर्मा ने कहा कि मौके पर टीम पहुंची। ग्रामीणों ने उन्हें तेंदुआ का फोटो दिखाया, लेकिन फोटो धुंधली थी। पगमार्क से जानवर की पहचान की जा रही है। वन विभाग के अधिकारियों ने कहा कि जब तक तेंदुआ पकड़ा नहीं जाता तब तक लोग घर से बाहर न निकले। नहीं तो तेंदुआ अकेले में भी हमला कर सकता है।