पटना। बिहार के चर्चित आईएएस अधिकारी केके पाठक की लंबी छुट्टी 30 जून को खत्म हो गई है। छुट्टी के बाद उन्हें शिक्षा विभाग से हटाकर नया पद दिया गया हैं। केके पाठक को राजस्व और भूमि सुधार विभाग में बतौर अपर मुख्य सचिव तैनात किया गया है। ऐसे में केके पाठ चर्चा में बने हुए हैं। सोमवार को उन्हें इस पद पर कार्यरत होना था ,लेकिन वह सोमवार को विभाग पहुंचे ही नहीं । बताया जा रहा है कि पिछले महीने में नीतीश कुमार ने उन्हें शिक्षा विभाग से उनका ट्रांसफर राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग में कर दिया गया। उनकी जगह एस सिद्धार्थ को शिक्षा विभाग का एसीएस बनाया गया।
पद संभालने नहीं पहुंचे केके पाठक
सूत्रों के मुताबिक फिलहाल इस पद को दीपक कुमार सिंह संभाल रहे हैं। सोमवार को इस विभाग के पद को केके पाठक को संभालना था, लेकिन यह केवल एक कल्पना बनकर रह गई। विभाग के पदाधिकारी केके पाठक का इंतजार करते रहे लेकिन वह राजस्व एवं भूमि सुधार का पद संभालने नहीं आए। वहीं संभावना जताई जा रही है कि केके पाठक अपनी छुट्टियों की अवधि को बढ़ा सकते हैं। इससे पहले 13 जून को बिहार सरकार ने केके पाठक का शिक्षा विभाग से तबादला कर दिया था। वे लगभग एक साल तक शिक्षा विभाग के एसीएस रहें। इस दौरान उन्होंने शिक्षा विभाग में कई तरह के बदलाव किए। उनके फैसलों पर कई बार विवाद भी उठें। साथ ही शिक्षा विभाग के विभिन्न मुद्दों को लेकर राजभवन और विश्वविद्यालयों में टकराव भी देखा गया था।
विभाग से नेम प्लेट हटवा ली
लोकसभा चुनाव के खत्म होने के बाद नीतीश कुमार ने केके पाठक को शिक्षा विभागक से राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग में ट्रांसफर दिया। संभावना है कि अवकाश पर रहने के कारण अब तक उन्होंने अपना पद नहीं संभाला हैं। सूत्रों से खबर मिली है कि केके पाठक ने खुद फोन कर राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग से अपनी नेम प्लेट हटवा ली। इसके बाद चर्चा होने लगी कि क्या केके पाठक नीतीश सरकार के इस फैसले से नाराज है?