Sunday, September 8, 2024

Bihar Weather: मॉनसून की सक्रियता में कमी के कारण उमस बढ़ी, लोग हुए परेशान

पटना। सावन के मौसम में भी बिहार में बरसात होने की संभावना ना के बराबर है। मॉनसून की सक्रियता में कमी आई है। बिहार के अधिकतर जिलों में सामान्य स्तर से भी कम बारिश हुई है। जिलों में 5 फीसदी से 45 फीसदी तक कम बारिश रिकार्ड की गई है। इस बीच बिहार के दो-चार जिलों को छोड़ दिया जाए तो बाकी जिलों में आने वाले 4 दिनों तक बारिश की कोई संभावना नजर नहीं आ रही है। मौसम वैज्ञानिक के मुताबिक बिहार और आसपास के क्षेत्रों में कोई नया सिस्टम बनता नजर नहीं आ रहा है। मॉनसून टर्फ लाइन भी बिहार से काफी दूरी पर है। प्रदेश में सामान्य स्तर की बारिश भी नहीं हो रही है। लोग उमस भरी गर्मी से परेशान हैं और बारिश का इंतजार कर रहे हैं।

मॉनसून की सक्रियता में आई कमी

औरंगाबाद जिले के दक्षिणी क्षेत्र में गुरुवार की शाम बरसात हुई। गुरुवार को बरसात से सूखे खेतों में पानी पहुंच चुका है। बारिश होने से खेतों में हरियाली आ गई है। डीएओ राम ईश्वर प्रसाद का कहना है कि औरंगाबाद में इस बार एक लाख 75 हजार 493 हेक्टेयर धान रोपनी का लक्ष्य है। अब तक निर्धारित लक्ष्य के होने के बावजूद भी केवल 6 फीसदी की धान रोपनी की गई है। मौसम वैज्ञानिक डॉ अनूप कुमार चौबे का कहना है कि औरंगाबाद में पूरी तरह से मॉनसून सक्रिय नहीं है। मौसम पूर्वानुमान के मुताबिक तीन-चार दिनों तक आसमान में काले बादल छाए रहेंगे। इस दौरान जगहों पर कहीं हल्की,तो कहीं मध्यम स्तर की बारिश भी हो सकती है।

बारिश की जताई संभावना

पूर्णिया में मौसम में बदलाव आया है। पर अब तक मॉनसून मेहरबान नहीं हुआ है। झमाझम बारिश की संभावनाओं के बीच गुरुवार की दोपहर हल्की बूंदाबांदी हुई। लेकिन इससे उमस कम होने की बजाय और बढ़ गई। मौसम विभाग का इंडैक्स को देखा जाए तो शुक्रवार को आसमान में बादल छाए रहने की संभावना है, जबकि एक दो बार गरज के साथ छीटें भी पड़ सकती हैं। मौसम विशेषज्ञों की मानें तो आगामी दिनों में कहीं हल्की तो कहीं तेज बारिश की संभावना जताई गई है और पूर्वी इलाकों में इसकी संभावना ज्यादा है। इस बीच पूर्णिया में मौसम का अधिकतम तापमान 35.0 एवं न्यूनतम तापमान 29.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।

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