पटना। एनटीए ने नीट यूजी में प्राप्त ग्रेस मार्क्स प्राप्त करने वाले 1563 छात्रों के लिए रविवार को दोबारा परीक्षा आयोजित की गई थी, लेकिन इसमें से केवल 813 छात्र ही पेपर देने आए थे। एनटीए के अधिकारियों ने इस बात की जानकारी दी । एनटीए के वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि परिक्षा में कम से कम 52 फीसदी छात्र ही शामिल हुए है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद सात केंद्रों पर रिएग्जाम के लिए सेंटर आयोजित किए गए थे। जिसमे बालोद और दंतेवाड़ा ,सूरत, शिलांग, बहादुरगढ, झज्जर और चढ़ीगड शामिल था।
17 अभ्यार्थियों को किया एग्जाम से बाहर
दरअसल 5 मई को आयोजित नीट-यूजी परीक्षा में इन सभी सेंटरों पर रीएग्जाम छात्रों ने समय के नुकसान का नुकसान बताया था। जिसके बाद इन्हे एनटीए ने ग्रेस मार्क्स दिए थे। विवाद होने के बाद कुल 1563 छात्रों के लिए दोबार से परीक्षा आयोजित की गई थी। रविवार को दोपहर 2 बजे से शाम के 5 बजे तक परीक्षा होनी थी। इस दौरान सभी सेंटरों पर कड़ी सुरक्षा के बीच पेपर की व्यवस्था की गई थी। इस बीच खबर आई थी एनटीए ने रविवार को 17 उम्मीदवारों को परीक्षा से बेदखल कर दिया। जो 5 मई को बिहार के केंद्रों पर हुई परीक्षा में शामिल हुए थे। अधिकारियों के अनुसार इन 17 अभ्यार्थियों को उनके बुरे व्यवहार के लिए एग्जाम से बाहर किया गया था।
सेंटर पर नहीं पहुंचे दोनों छात्र
चंडीगढ़ के सेक्टर 44 में स्थित सेंट जोसेफ सीनियर सेकेंडरी स्कूल में नीट की परीक्षा के लिए 2 छात्रों के लिए सेंटर बनाए गए थे। स्कूल के अधिकारियों के अनुसार दोपहर डेढ़ बजे तक दोनों छात्र परीक्षा देने के लिए सेंटर पर नहीं पहुंचे। जिसके बाद गेट को बंद कर दिया गया।