बिहार। सर्दियां जैसे-जैसे बढ़ती जा रही हैं, वैसे-वैसे अंडों की कीमत में भी बढ़ रही है। कोलकाता के बाजारों में अंडो की कीतम में तेजी से इजाफा हुआ है। कोलकाता में अंडे की कीतम में लगभग 25 फीसदी का इजाफा हुआ है। कोलकाता में एक अंडे की कीमत 6.5 रुपये से बढ़कर 8 रुपये हो […]
बिहार। सर्दियां जैसे-जैसे बढ़ती जा रही हैं, वैसे-वैसे अंडों की कीमत में भी बढ़ रही है। कोलकाता के बाजारों में अंडो की कीतम में तेजी से इजाफा हुआ है। कोलकाता में अंडे की कीतम में लगभग 25 फीसदी का इजाफा हुआ है। कोलकाता में एक अंडे की कीमत 6.5 रुपये से बढ़कर 8 रुपये हो गई।
अंडे से संबंधित अधिकारियों का कहना है कि सर्दियों में अंडे की डिमांड बढ़ती है। साथ ही बांग्लादेश जैसे देशों में भी इसे निर्यात किया जा रहा है। यहीं कारण है कि इसके कीमते बढ़ रही है।
पोल्ट्री इंडस्ट्री का कहना है कि अंडों की कीमत बढ़ने का मुख्य कारण विदेशों में निर्यात है, क्योंकि बांग्लादेश भारत के पारंपरिक निर्यात बाजारों में से नहीं है। पश्चिम बंगाल पोल्ट्री फेडरेशन ने सर्दियों में अंडों की बढ़ती मांग, पोल्ट्री फीड की बढ़ती लागत और बांग्लादेश को किए जा रहे निर्यात को कीमत बढ़ने का जिम्मेदार बताया है।
ये देश निर्यात के दृष्टि से भारत के लिए नए बाजार हैं। आप जानकर हैरान रह जाएंगे कि नवंबर और दिसंबर में बांगलादेश और मलेशिया देशों में लगभग 5 करोड़ अंडे भेजे जाने का ऑर्डर था। फेडरेशन के महासचिव मदन मोहन मैती ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि ”अंडे के दाम केवल पश्चिम बंगाल में ही नहीं, बल्कि पूरे देश में बढ़ रहे हैं। ऐसा पोल्ट्री फीड की लागत बढ़ने के कारण हो रहा है। देश में अंडों की कोई कमी नहीं है। ‘उन्होंने कहा, ”इसकी खुदरा कीमत प्रति पीस 7.5 रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए, क्योंकि थोक रेट 6.7 रुपये प्रति पीस है। ”
अंडों की कीमत में वृद्धि का एक मुख्य कारण मक्के की बढ़ी कीमत है, जिसका इस्तेमाल पोल्ट्री फर्म में मुर्गियों के दाने के रूप में किया जाता है। साल 2021 से इसकी कीमत में 30 फीसदी का इजाफा होते हुए 14 रुपये प्रति किलो से 28 रुपये प्रति किलो हो गया है।