पटना: कोरोना महामारी से दुनियाभर में हाहाकार मचा था, इस दौरान लंबा लॉकडाउन लगा रहा और लाखों लोगों की जान चली गई। करीब 4 साल बाद इस महामारी से उबरने के बाद अभी हमने राहत की सांस ली ही थी कि एक और वायरस की एंट्री से पूरी दुनिया में डर का माहौल बन गया […]
पटना: कोरोना महामारी से दुनियाभर में हाहाकार मचा था, इस दौरान लंबा लॉकडाउन लगा रहा और लाखों लोगों की जान चली गई। करीब 4 साल बाद इस महामारी से उबरने के बाद अभी हमने राहत की सांस ली ही थी कि एक और वायरस की एंट्री से पूरी दुनिया में डर का माहौल बन गया है। दरअसल, कई रिपोर्टों से पता चला है कि चीन एक बार फिर एक और महामारी से जूझ रहा है। इस महामारी का कारण ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) नाम का वायरस है। आज सोमवार को भारत के दो राज्यों में इस वायरस के तीन केसेस सामने आने से एक बार फिर लोगों की चिंताएं बढ़ गई है।
इस वायरस के चलते कई देश इसके प्रसार पर नजर बनाए हुए हैं। दुनिया के साथ-साथ भारत ने भी इस पर नजर रखनी शुरू कर दी है. अब बेंगलुरु के एक अस्पताल में आठ महीने की बच्ची में HMPV वायरस पाया गया है। दूसरी तरफ गुजरात में भी एक केस सामने आया है। स्वास्थ्य विभाग का कहना है, ‘हमने अपनी लैब में इसका परीक्षण नहीं किया है. ये रिपोर्ट एक निजी अस्पताल की है.
हेल्थ एक्सपर्ट्स ने HMPV वायरस पर गहरी चिंता वयक्त की है जो एक रेस्पिरेट्री (श्वसन) संक्रमण है जो कई एशियाई देशों को चपेट में ले रहा है. रॉयटर्स में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक, ‘हाल ही में पाए गए मामलों में राइनोवायरस और ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस जैसे रोगजनक शामिल हैं। खासकर चीन के उत्तरी प्रांतों में 14 साल से कम उम्र के लोगों में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस के मामलों में बढ़ोतरी देखी जा रही है।
ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV), एक श्वसन वायरस है जो फ्लू जैसे लक्षण पैदा करता है। यह निचले और ऊपरी श्वसन संक्रमण (जैसे सर्दी) का कारण बनता है। यह एक मौसमी बीमारी है जो आमतौर पर सर्दियों और शुरुआती वसंत में होती है, रेस्पिरेटरी सिंकाइटियल वायरस (आरएसवी) और फ्लू के समान। चीन में मामले बढ़ने के बाद यह चिंता का विषय बन गया है। हालाँकि यह वायरस COVID-19 के समान है, लेकिन विशेषज्ञों ने स्पष्ट किया है कि इससे भारत को कोई तत्काल खतरा नहीं है।
छोटे बच्चे, बूढ़े और कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोग इस HMPV वायरस से अधिक प्रभावित होते हैं। एचएमपीवी से जुड़े सामान्य लक्षणों में खांसी, बुखार, नाक बंद होना और सांस लेने में कठिनाई शामिल हैं। एचएमपीवी श्वसन प्रणाली के माध्यम से दो लोगों के बीच फैल सकता है। यह लोगों के बीच संपर्क से भी फैल सकता है, जैसे हाथ मिलाना, या वायरस से दूषित वस्तु को छूना। इस वायरस से बचाव के लिए मास्क पहनना, बार-बार हाथ धोना और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाना जरूरी है।
दिल्ली से लेकर तेलंगाना सरकार ने HMPV को लेकर गाइडलाइंस जारी की हैं. दिल्ली में स्वास्थ्य अधिकारियों ने मानव मेटान्यूमोवायरस (HMPV) और अन्य श्वसन संक्रमणों से जुड़ी संभावित स्वास्थ्य चुनौतियों के संबंध में तैयारी सुनिश्चित करने के लिए सलाह जारी की गई है। संदिग्ध परिस्थिति में क्वारंटीन नियम लागू करने का भी निर्देश दिया गया है।