श्रीमद्भगवद्गीता की कुछ अनसुनी बातें, जिसे जानने के बाद इस तरह रहना छोड़ देंगे आप
श्रीमद्भगवद्गीता हमे जीवन जीने की कला सिखाती है। अगर आप गीता का अनुसरण करते हैं तो हमेशा मन शांत रहता है। साथ ही आपका आत्मविश्वास भी बढ़ता है।
श्री कृष्ण ने अर्जुन को जीवन में कुछ कार्यों को त्यागने के लिए कहा था, जिससे जीवन आनंदमय बना रहे। भगवान ने यह बताया था कि जिस इंसान में ये चीजें होती हैं वह अपाहिज के बराबर होता हैं।
जो व्यक्ति आवश्यकता से अधिक आराम करता है, वह बेकार है। वह बिना किसी शारीरिक कमी के भी विकलांग या अपंग हो जाता है।
जब किसी व्यक्ति को आवश्यकता से अधिक प्यार मिलने लगता है तो वह विकलांग हो जाता है।
यदि कोई व्यक्ति सफल होने के बाद अहंकारी हो जाए और बड़ों या छोटों का सम्मान करना भूल जाए तो समझ लीजिए कि वह मानसिक रूप से विकलांग हो गया है।