पटना : बिहार के छपरा से अजीबोगरीब मामला सामने आया है। प्रशिक्षण के दौरान गहरी नींद में सो रहे कुछ पुलिसकर्मियों का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। अब इस मामले में विभागीय कार्यवाई की गई है। जिसको लेकर सारण एसपी कुमार आशीष ने प्रेस कॉन्फ्रेंस किया है। बता दें कि एक साथ तीन पुलिसकर्मियों पर कार्यवाई के बाद पूरे पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है। वायरल वीडियो में साफ तौर पर देखा जा रहा है कि एक तरफ नए भारतीय कानून को लेकर प्रशिक्षण दिया जा रहा है। वहीं दूसरे तरफ पुलिसकर्मी गहरा नींद से सो रहे है। अब इस मामले में शामिल पुलिसकर्मियों का वेतन रोक दिया गया है।
प्रेस रिलीज के अनुसार एसपी ने कहा
प्रेस रिलीज जारी करते हुए एसपी कुमार आशीष ने कहा कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो मिला है। जिसमें सारण जिलान्तर्गत प्रक्षागृह, सारण में आयोजित तीन नए कानून से संबंधित प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रशिक्षण प्राप्त करने के दौरान कुछ पुलिस पदाधिकारियों को सोते हुए दिखाया गया है। उक्त वीडियो के सत्यापनोपरांत पुलिस पदाधिकारी 1. पु०अ०नि० सुनिल प्रसाद, मशरख थाना 2. पु०अ०नि० राधेश्याम प्रसाद, डोरीगंज थाना, 3. स०अ०नि० अप्पु कुमार, तरैया थाना, 4. पी०टी०सी०/1478 मीनु देवी के रूप में चिन्हित किया गया है। इन पुलिस पदाधिकारी / कर्मी द्वारा सजग एवं एकाग्र होकर प्रशिक्षण प्राप्त करने के बजाय प्रशिक्षण प्राप्ति के दौरान सोते हुये पाये जाना अपने ड्यूटी के प्रति लापरवाही, अनुशासनहीनता और आदेश के उल्लंघन का सबूत है।
दंड के तौर पर रोका गया वेतन
इस दौरान उन्होंने कहा कि इस लापरवाही के लिए 1. पु०अ०नि० सुनिल प्रसाद, मशरख थाना 2. पु०अ०नि० राधेश्याम प्रसाद, डोरीगंज थाना, 3. स०अ०नि० अप्पु कुमार, तरैया थाना, 4. पी०टी०सी०/1478 मीनु देवी का तत्काल प्रभाव से वेतन पर रोक लगा दिया गया है। साथ ही कहा है कि उक्त पुलिस पदाधिकारियों को 02 दिनों के भीतर विभागीय कार्रवाई के विरूद्ध अपना स्पष्टीकरण समर्पित करने के लिए आदेश दिया जा रहा है।