पटना: 1 फरवरी को देश का वित्तीय बजट (union budget 2023-24) केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Union Finance Minister Nirmala Sitharaman) द्वारा पेश किया जाएगा. 1 फरवरी को पेश होने वाला यह बजट मोदी (Modi Sarkar) सरकार के लिए बेहद अहम माना जा रहा है. ये बजट सरकार का साल 2024 के लोकसभा चुनाव (Loksabha […]
पटना: 1 फरवरी को देश का वित्तीय बजट (union budget 2023-24) केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Union Finance Minister Nirmala Sitharaman) द्वारा पेश किया जाएगा. 1 फरवरी को पेश होने वाला यह बजट मोदी (Modi Sarkar) सरकार के लिए बेहद अहम माना जा रहा है.
ये बजट सरकार का साल 2024 के लोकसभा चुनाव (Loksabha election 2024) से पहले पेश होने वाला आखिरी पूर्ण बजट होगा. निर्मला सीतारमण देश का बही-खाता एक फरवरी को सुबह 11 बजे जनता के सामने पेश करेंगी. आपको बता दें कि बजट पेश करते वक्त ऐसे कई शब्दों का इस्तेमाल किया जाता है, जो आम लोगों के लिए नया होता है जो उनके समझ से परे होता है. ऐसे में लोगों के लिए बजट समझना काफी मुश्किल हो जाता है. आज हम आपको बजट से पहले कुछ ऐसे शब्दों का मतलब बताने जा रहे हैं, जिन्हें जानने के बाद आप झट से समझ जाएंगे देश का बजट.
हालांकि ये शब्द काफी प्रचलित है फिर भी कई लोगों को कंफ्यूजन रहता है कि ये वित्त वर्ष क्या होता है? वैसे तो एक आम साल 1 जनवरी से 31 दिसंबर तक के बीच का होता है. हमने अभी ही नए साल में प्रवेश किया है. भले ही आम लोगों के लिए साल जनवरी से शुरू होता है लेकिन सरकारी कामकाज का वर्ष यानी वित्त वर्ष 1 अप्रैल से 31 मार्च तक का होता है.