पटना। तिब्बत के बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा (Dalai Lama) दिसंबर माह में 15-20 तारीख के बीच बोधगया पहुचेंगे। यहां उनके निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक वह 29 से 31 दिसंबर तक बोधगया के कालचक्र मैदान में अपने अनुयायियों को आध्यात्मिक प्रशिक्षण देंगे। जिसके बाद एक जनवरी को उनके दीर्घायु होने के लिए विशेष पूजा की जाएगी। […]
पटना। तिब्बत के बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा (Dalai Lama) दिसंबर माह में 15-20 तारीख के बीच बोधगया पहुचेंगे। यहां उनके निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक वह 29 से 31 दिसंबर तक बोधगया के कालचक्र मैदान में अपने अनुयायियों को आध्यात्मिक प्रशिक्षण देंगे। जिसके बाद एक जनवरी को उनके दीर्घायु होने के लिए विशेष पूजा की जाएगी। इस दौरान बताया जा रहा है कि आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा बोधगया में प्रवास पर रहेंगे। बोधगया के तिब्बत बौद्ध मंदिर में दलाई लामा प्रवास करते हैं। उनके आगमन को लेकर जिला प्रशासन द्वारा तैयारियों शुरु कर दी गई हैं।
बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा के प्रवास स्थल पर सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया जा रहा है। दलाई लामा के शैक्षणिक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए देश-विदेश से हजारों की संख्या में बौद्ध श्रद्धालु बोधगया आएंगे। इसे लेकर बिजली, पेयजल, शौचालय और साफ-सफाई की पुख्ता व्यवस्था रहेगी। इसके अलावा वाहन पार्किंग, सुरक्षा, साफ-सफाई की मुकम्मल व्यवस्था करने जोर दिया जा रहा है। पूजा के दौरान लगने वाली जरूरी आवश्यकताओं की समीक्षा की जा रही है। कार्यक्रम स्थल कालचक्र मैदान में भव्य पंडाल का निर्माण किया जाएगा। इस दौरान डीएम डॉ. त्यागराजन एसएम और एसएसपी आशीष भारती स्वयं तैयारियों पर नजर रखेंगे।
इसके साथ ही दलाई लामा के आगमन को लेकर महाबोधि मंदिर, प्रवास स्थल तिब्बती मंदिर और कार्यक्रम स्थल कालचक्र मैदान में विशेष तैयारियां की जाएंगी। दलाई लामा की सुरक्षा को देखते हुए प्रशासन द्वारा थ्री लेयर सिक्योरिटी का इंतजाम किया जा रहा है। इसके लिए सेंट्रल और स्टेट फोर्स के हजारों जवानों के साथ-साथ बम निरोधक दस्ता और डॉग स्क्वायड की तैनाती भी की जाएगी। यही नहीं आसपास के इलाकों को नो फ्लाई जोन घोषित कर दिया गया है। किसी भी तरह की ड्रोन पर रोक रहेगी।
बोधगया को अभेद्य किले में तब्दील किया जा रहा है। यहां स्पेशल फोर्स की तैनाती के साथ-साथ, सीसीटीवी कैमरे से निगरानी की जाएगी, अस्थाई थाना खोले जाएंगे। होटलों, बौद्धमठों और निजी मकानों में ठहर रहे देशी-विदेशी पर्यटकों पर भी नजर रखी जाएगी। दलाई लामा के नेतृत्व में प्रस्तावित पूजा के सत्र में लगभग 47 देशों से अधिक विदेशी बौद्ध श्रद्धालु भाग लेंगे। इस बीच बोधगया के पर्यटन उद्योग के कारोबार को लेकर लोग काफी उत्साहित नजर आ रहे हैं।
इस दौरान बोधगया में तिब्बतियों के शीर्ष धर्मगुरु दलाई लामा की अगुवाई में शैक्षणिक सत्र में उनके प्रवचन को हिन्दी और अंग्रेजी समेत 20 से अधिक भाषाओं में एफएम रेडियो पर सुनाया जा सकता है। यहां श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए दलाई लामा का प्रवचन इंडोनेशियन, जर्मन, रशियन, स्पेनिश, मोलिस, कोरियन, फ्रांसीसी, चीनी, वियतनामी, हंगरी, नेपाली, लद्दाखी व अन्य भषाओं में प्रवचन सुनाया जाएगा।