Sushil Modi: सुशील मोदी का दिल्ली में निधन, आज पटना लाया जाएगा पार्थिव शरीर

पटना: बिहार बीजेपी के दिवंगत नेता और बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी का बीते दिन सोमवार (13 मई) की शाम दिल्ली एम्स में जान चली गई. (Sushil Modi) बता दें कि वह लंबे समय से कैंसर से जूझ रहे थे और उनका इलाज दिल्ली एम्स से चल रहा था। उनके निधन पर […]

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Sushil Modi: सुशील मोदी का दिल्ली में निधन, आज पटना लाया जाएगा पार्थिव शरीर

Shivangi Shandilya

  • May 14, 2024 2:24 am IST, Updated 6 months ago

पटना: बिहार बीजेपी के दिवंगत नेता और बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी का बीते दिन सोमवार (13 मई) की शाम दिल्ली एम्स में जान चली गई. (Sushil Modi) बता दें कि वह लंबे समय से कैंसर से जूझ रहे थे और उनका इलाज दिल्ली एम्स से चल रहा था। उनके निधन पर पीएम मोदी और सीएम नीतीश कुमार सहित RJD सुप्रीमों लालू यादव ने भी दुःख प्रकट किया है. हालांकि सुशील मोदी के परिजनों के अनुसार, उनका पार्थिव शरीर आज (मंगलवार, 14 मई) को बिहार की राजधानी पटना स्थित उनके आवास पर लाया जाएगा. हालांकि पटना में कल (बुधवार, 15 मई) को उनका अंतिम संस्कार होगा।

किए थे इंटररिलीजन शादी

बता दें कि 05 जनवरी 1952 को सुशील मोदी का जन्म पटना में हुआ था। उनके पिता का नाम स्व. मोती लाल मोदी पेशे से व्यवसायी थे। उन्होंने पटना साइंस कॉलेज से स्नातक की पढाई की थी और उन्होंने 1973 में बॉटनी से ऑनर्स किया था. उन्होंने 1987 में जेसी जॉर्ज से शादी की थी. वे वीमेंस ट्रेनिंग कॉलेज, पटना विश्वविद्यालय की प्रोफेसर के तौर पर कार्यरत हैं. उनके दो बेटे हैं. बड़े बेटे का नाम उत्कर्ष और छोटे बेटे का नाम अक्षय अमृतांशु है.

बचपन से ही जुड़ गए आरएसएस से

उन्होंने 72 साल की उम्र में दुनिया छोड़ दिया है। उनके राजनीतिक सफर में काफी उतार चढ़ाव देखा गया. वे कम उम्र से ही RSS से जुड़े हुए थे और उन्होंने 1962 में चीन के साथ युद्ध के समय घायल जवानों की मदद के लिए काम भी किया था. वो 1974 में जय प्रकाश नारायण के कहने पर एमएससी की पढ़ाई बीच में छोड़कर छात्र आंदोलन ज्वाइन कर लिए. बता दें कि देश में जब आपातकाल लगा था तो उस दौरान वो 5 बार जेल गए थे।

2005 से 2013 तक रहे उपमुख्यमंत्री और वित्तमंत्री

उन्होंने 1990 में भाजपा ज्वाइन किया और राजनीति में एंट्री किए . 1995 में भाजपा विधानमंडल दल के मुख्‍य सचेतक बने थे. इसके बाद साल 1995 में बीजेपी के राष्ट्रीय मंत्री बने. वो 1995 और 2000 में भी विधानसभा में कदम रखे. 1996 से 2004 के बीच वे बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के तौर पर दिखें. भागलपुर से वो 2004 में सांसद भी चुने गए. वह बिहार की राजनीति में 2005 से 2013 तक नीतीश सरकार में उपमुख्यमंत्री और वित्तमंत्री भी रह चुके थे।

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