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बिहार में मनाया जा रहा है सतुआन, जानिए क्या है इसकी मान्यताएं

पटना: हिंदी कैलेंडर का वैशाख महीने की आज से शुरुआत हो चुकी है. आज से सूर्य अपने सबसे उच्च ताप पर होंगे. वैशाख की गर्मी को सहन करने के लिए प्रकृति द्वारा इस महीने में नई फसलों को दिया उपहार के तौर पर दिया जाता है. इसके साथ ही आज देश के विभिन्न राज्यों में […]

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  • April 14, 2023 9:00 am IST, Updated 2 years ago

पटना: हिंदी कैलेंडर का वैशाख महीने की आज से शुरुआत हो चुकी है. आज से सूर्य अपने सबसे उच्च ताप पर होंगे. वैशाख की गर्मी को सहन करने के लिए प्रकृति द्वारा इस महीने में नई फसलों को दिया उपहार के तौर पर दिया जाता है. इसके साथ ही आज देश के विभिन्न राज्यों में विभिन्न तरह के त्योहार मनाए जाते हैं. बिहार में आज के दिन सतुआन की विधि मनाई जाती है.

सबसे गर्म महीना

आज से हिंदी कैलेंडर के अनुसार वैशाख का महीना चल रहा है. ऐसा माना जाता है कि ये महीना साल का सबसे गर्म महीना होता है. इस उच्च ताप को सहन करने के लिए प्रकृति इंसानों को फसलों के रूप में उपहार देती है. भले ही ये सबसे गर्म महीना होता है, लेकिन इस महीने में पाया जाने वाले अनाजों में उष्मा के जगह शितलता का प्रवाह होता है.

यूपी बिहार का खास त्योहार

आज सतुआनी में लोग तरह-तरह के अनाजों का सेवन करते हैं. यूपी बिहार में पाया जाने वाला सतुआ जो चना, मक्का, मकई, जौ, खेसारी इत्यादी अनाजों का बना होता है. उसको आज लोग खाते हैं. सत्तु के साथ लोग इस मौसम में पाए जाने वाले कच्चे आम के कैरी की चटनी खाते है.

सुहागन महिलाएं बांटती हैं फल

ऐसी मान्यताएं हैं कि सतुआन के दिन लोगों को जरूर सत्तु खाना चाहिए. इसके साथ ही सुहागन महिलाएं आज के दिन बेल, तरबूज, खरबूज, ककड़ी, खीरा जैसे फलों को बांटती हैं और इसी दिन से इन फलों को खाना शुरू करती हैं. वैशाख की गर्मी को सहन करने के लिए प्रकृति ने हमें फलों का उपहार दिया है, जो कि ठंडे तासीर के होते हैं.


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