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‘माई-बहन मान’ योजना पर खूब बरसे सम्राट चौधरी, लालू परिवार को लेकर कह दी बड़ी बात

पटना: नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने 2025 विधानसभा चुनाव को देखते हुए माई बहन मान योजना की घोषणा की। अब इस पर बीजेपी ने जमकर निशाना साधा है. उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि बिहार की जनता ने लालू प्रसाद यादव के 15 साल देख लिये हैं. कैसे उन्होंने जनता को लूटा, 950 करोड़ रुपये […]

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  • December 15, 2024 7:44 am IST, Updated 3 months ago

पटना: नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने 2025 विधानसभा चुनाव को देखते हुए माई बहन मान योजना की घोषणा की। अब इस पर बीजेपी ने जमकर निशाना साधा है. उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि बिहार की जनता ने लालू प्रसाद यादव के 15 साल देख लिये हैं. कैसे उन्होंने जनता को लूटा, 950 करोड़ रुपये का चारा घोटाला किया. बिहार की जनता जानती है कि नौकरी के बदले उन्होंने गरीबों की जमीन अपने नाम रजिस्ट्री करवाया. बिहार की जनता किसी भी हालत में लालू प्रसाद के परिवार को बिहार की सत्ता नहीं देने जा रही।

विजय कुमार सिन्हा ने भी दी प्रतिक्रिया

तेजस्वी यादव की घोषणा पर उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने भी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि ट्विटर ब्वॉय तेजस्वी यादव वादों का पिटारा लेकर जनता के सामने आये हैं. उनका काम सिर्फ खोखले दावे और वादे करना है। तेजस्वी यादव ने बिहार की महिलाओं से वादा किया है कि अगर उनकी सरकार बनी तो वह उन्हें हर महीने 2500 रुपये देंगे, लेकिन जब उनसे पूछा गया कि वह किन महिलाओं को पैसे देंगे और इसका आधार क्या होगा तो वह कुछ नहीं बता सके. वे केवल हवाई संस्कृति वाले शहजादे हैं.

लालू यादव पर भड़के

विजय कुमार सिन्हा ने आगे कहा कि तेजस्वी यादव तो ये भूल गए हैं लेकिन उनके परिवार के लोग महिलाओं के बारे में क्या सोचते हैं ये बात बिहार की जनता नहीं भूली है. अभी कुछ दिन पहले उनके पिता लालू प्रसाद यादव के बयान में भी इसकी झलक दिखी थी.

लालू राज में महिलाओं को घर से निकलने में भी डर

उपमुख्यमंत्री ने आगे कहा कि जब उनके माता-पिता बिहार में सत्ता में थे, तो महिलाएं घर से बाहर निकलने में भी झिझकती थीं। जबकि हमारी एनडीए सरकार ने महिलाओं की शिक्षा, सुरक्षा और सामाजिक स्थिति में बहुमुखी सुधार लाने का काम किया है। इसी कारण राज्य में शिक्षा और रोजगार में महिलाएं एक तिहाई से अधिक योगदान दे रही हैं। आज पंचायती राज व्यवस्था में महिलाओं की भागीदारी 50 प्रतिशत से अधिक हो गयी है।


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