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Prashant Kishor: नीतीश सरकार में सरकारी नौकरी की सियासत पर प्रशांत किशोर की एंट्री

पटना। देश भर में अगले साल लोकसभा का चुनाव होना है। ऐसे में सभी दल अपनी पूरी तैयारी में जमकर लगे हुए हैं। इसके साथ ही नीतीश सरकार भी काफी एक्टिव नजर आ रही है। इस समय नीतीश सरकार शिक्षकों की भर्ती को लेकर अपनी वाहवाही करने में लगी हुई है। वहीं, इस मुद्दे पर […]

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Prashant Kishor
  • December 2, 2023 12:54 pm IST, Updated 1 year ago

पटना। देश भर में अगले साल लोकसभा का चुनाव होना है। ऐसे में सभी दल अपनी पूरी तैयारी में जमकर लगे हुए हैं। इसके साथ ही नीतीश सरकार भी काफी एक्टिव नजर आ रही है। इस समय नीतीश सरकार शिक्षकों की भर्ती को लेकर अपनी वाहवाही करने में लगी हुई है। वहीं, इस मुद्दे पर बिहार में पदयात्रा कर रहे जन सुराज के सूत्रधार और चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने शनिवार को सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) और तेजस्वी यादव पर हमला बोला।

2 प्रतिशत से कम लोग कर रहे सरकारी नौकरी

दरअसल चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने बिहार सरकार में शिक्षकों की भर्ती को लेकर नीतीश सरकार पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि जो सिस्टम है, जिसे आप तंत्र कहते हैं, सरकारी नौकरियों में पूरे बिहार के 1.57 प्रतिशत लोग ही शामिल हैं। जिसमें चपरासी से लेकर चीफ सेक्रेटरी तक को भी अगर आप जोड़ेंगे तो 2 प्रतिशत से भी कम लोग सरकारी नौकरियों में संलग्न हैं। इस समय जो पूरी व्यवस्था है वो सिर्फ 2 प्रतिशत सरकारी नौकरी करने वाले लोगों की वजह से नहीं है। प्रशांत किशोर ने कहा कि दिक्कत ये है कि जो जनप्रतिनिधि हैं, लोकतंत्र में मालिक वो हैं, जो अफसरों को चुनकर बैठाते हैं। अफसर वैसे ही काम करता है, जैसा लोग कराना चाहते हैं।

बदल गई नीतीश कुमार की प्राथमिकता

बता दें कि दरभंगा के जाले प्रखंड के कमतौल गांव में प्रशांत किशोर ने पत्रकारों से बातचीत की। इस दौरान प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि यही नीतीश कुमार हैं, 2005 से 2010 में यही तंत्र था, यही अफसर थे और इन्हीं की वजह से कई क्षेत्रों में सुधार दिखा था। अब वो सुधार नहीं दिख रहा है। बदहाली दिख रही है। अब नीतीश कुमार की प्राथमिकताएं बदल गई है। वो पहले बिहार को सुधारने में लगे थे वहीं अब वो अपनी कुर्सी बचाने में लगे हैं, तो अफसर क्या करेंगे।


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