पटना। बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव इस वक्त जापान के दौरे पर हैं। तेजस्वी यादव के इस दौरे पर तंज कसते हुए जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने सोमवार को बयान जारी किया है। इस दौरान प्रशांत किशोर ने कहा कि तेजस्वी जापान जाएं या अंटार्कटिका, उनकी जो अपनी समझ है अगर बिहार […]
पटना। बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव इस वक्त जापान के दौरे पर हैं। तेजस्वी यादव के इस दौरे पर तंज कसते हुए जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने सोमवार को बयान जारी किया है। इस दौरान प्रशांत किशोर ने कहा कि तेजस्वी जापान जाएं या अंटार्कटिका, उनकी जो अपनी समझ है अगर बिहार के लिए जापान से कुछ लाकर करा पाएं तो बहुत अच्छी बात है। उनकी मां और बाबू जी बिहार में 15 साल शासन में रहे, तब न कोई जापान से आया न जर्मनी से। चुनावी रणनीतिकार ने कहा कि अगर अब तेजस्वी यादव प्रयास कर रहें हैं तो मैं उसका समर्थन करता हूं।
इतना ही नहीं प्रशांत किशोर ने तेजस्वी यादव को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि वो जापान घूमने गए हैं या जापान से बिहार के लिए कुछ लाने ? वो तो जब वह जापान से लौटेंगे तो आने वाले महीनों में ही दिखेगा। जापान जाने से बिहार का कुछ फायदा हुआ या फिर इस गरीब जनता के टैक्स के पैसों का मिट्टी पलीद हुआ कि आटा गीला यह पता चलेगा। प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि यहां दो लोग शासन चलाते रहे हैं लालू और नीतीश, इनकी राजनीति तो आप जानते ही हैं। इनका पूरा फोकस ये है कि समाज को बांटो, सबको गरीब, अनपढ़ और मजदूर रखो। सबको समाजवाद-समतामूलक बात करके सामाजिक न्याय के नाम पर बेवकूफ बनाकर वोट लेते रहो।
प्रशांत किशोर ने राज्य सरकार पर हमलावर होते हुए कहा कि लालू यादव ने जिन वर्गों को आवाज दी उनको शिक्षा क्यों नहीं दी? उनको रोजगार क्यों नहीं दिया? उनको जमीन क्यों नहीं दी? वो इसलिए क्योंकि आवाज देने से वो उनके लिए जिंदगी भर नारा लगाएगा और उनका झंडा लेकर घूमेगा। अगर उन्हीं वर्गों को उन्होंने शिक्षित कर दिया होता, उन्हीं वर्गों को उन्होंने पूंजी-पैसा देकर रोजगार दे दिया होता, उन्हीं वर्गों को उन्होंने ज़मीन दिया होता तो आज वे उनका झंडा लेकर नहीं घूमते। यही नहीं प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि राजनीति के तहत पूरे बिहार को अनपढ़ मजदूर बना दिया गया ताकि आपको अगर 400 रुपये पेंशन भी मिल रहा है तो आपके नेता माई-बाप हैं। चुनावी रणनीतिकार ने कहा कि आज के जमाने में भी 400 रुपये पेंशन पाने वाले इस बात पर वोट करने को तैयार हैं कि सरकार 400 रुपये दे रही है।