पटना। बिहार की 4 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में करारी हार के बाद चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की मुश्किलें बढ़ गई है। उनकी पार्टी जनसुराज को एक दिन में दो बड़े झटकों का सामना करना पड़ा है। मोनाजिर हसन के बाद अब पूर्व केंद्रीय मंत्री देवेंद्र यादव ने अब पार्टी से इस्तिफा देने का […]
पटना। बिहार की 4 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में करारी हार के बाद चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की मुश्किलें बढ़ गई है। उनकी पार्टी जनसुराज को एक दिन में दो बड़े झटकों का सामना करना पड़ा है। मोनाजिर हसन के बाद अब पूर्व केंद्रीय मंत्री देवेंद्र यादव ने अब पार्टी से इस्तिफा देने का ऐलान कर दिया है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री देवेंद्र प्रसाद यादव ने मंगलवार को जनसुराज पार्टी की कोर कमेटी को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। उन्होंने पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष मनोज भारती को अपना इस्तीफा भेजा है। साथ ही प्रशांत किशोर को भी पार्टी छोड़ने की जानकारी दे दी। इससे पहले पूर्व सांसद मोनाजिर हसन ने भी पार्टी की कोर कमेटी से इस्तीफा दिया था। उन्होंने कोर कमेटी को लेकर अपनी नाराजगी व्यक्त की। लगभग डेढ़ सौ सदस्यों की कोर कमेटी में मोनाजिर हसन को भी जगह दी गई थी लेकिन अब उन्होंने इस पर ही सवाल खड़े करते हुए इस्तीफा दे दिया।
मोनाजिर हसन ने अपना इस्तीफा पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष मनोज भारती को भेजा है। साथ ही साथ प्रशांत किशोर को भी अपनी पार्टी छोड़ने की जानकारी दी है। बिहार की चार विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हुए थे। इन चारों सीटों में तरारी, बेलागंज, रामगढ़ और इमामगंज की सीट शामिल थी। चारों सीटों पर ही एनडीए ने अपना कब्जा जमा लिया। 2 सीटों पर बीजेपी तो एक सीट पर जेडीयू और एक सीट पर जीतनराम मांझी की हम पार्टी ने जीत का झंडा लहराया था।
इस उपचुनाव की खास बात थी कि पहली बार रणनीतिकार प्रशांत किशोर की पार्टी जनसुराज भी चुनाव लड़ रही थी। नतीजों से पहले प्रशांत किशोर की पार्टी का खूब डंका बज रहा था, लेकिन रिजल्ट में बाजी पलट गई। प्रशांत किशोर की पार्टी के तीन उम्मीदवारों को बुरी हार मिली। वहीं जनसुराज के एक उम्मीदवार तीसरे नंबर पर बरकरार रहे थे।