आज 14वें दिन अपना आमरण अनशन तोड़ेंगे पीके, अभ्यर्थियों के अनुरोध पर लिया फैसला

पटना। बिहार लोक सेवा आयोग की 70वीं पीटी परीक्षा को रद्द करने की मांग को लेकर 2 जनवरी से संस्थापक प्रशांत किशोर आमरण अनशन पर हैं। आज गुरुवार को 14वें दिन प्रशांत किशोर आमरण अनशन को खत्म करने वाले हैं। वे आज दोपहर 2 बजे LCT घाट स्थित जनसुराज आश्रम (कैंप) में अपना आमरण अनशन […]

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आज 14वें दिन अपना आमरण अनशन तोड़ेंगे पीके, अभ्यर्थियों के अनुरोध पर लिया फैसला

Pooja Pal

  • January 16, 2025 8:49 am IST, Updated 2 days ago

पटना। बिहार लोक सेवा आयोग की 70वीं पीटी परीक्षा को रद्द करने की मांग को लेकर 2 जनवरी से संस्थापक प्रशांत किशोर आमरण अनशन पर हैं। आज गुरुवार को 14वें दिन प्रशांत किशोर आमरण अनशन को खत्म करने वाले हैं। वे आज दोपहर 2 बजे LCT घाट स्थित जनसुराज आश्रम (कैंप) में अपना आमरण अनशन खत्म करेंगे।

खराब तबीयत में भी जारी रहा अनशन

इसके साथ ही सत्याग्रह के अगले चरण की घोषणा भी करेंगे। बता दें कि जनसुराज संस्थापक प्रशांत किशोर ने 2 जनवरी को पटना के गांधी मैदान से आमरण अनशन की शुरूआत की थी, लेकिन 6 जनवरी को पटना पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। देर शाम उन्हें सिविल कोर्ट से बिना शर्त जमानत भी मिल गई थी। 7 जनवरी को तबीयत खराब होने के बाद उन्हें इलाज के लिए पटना के मेदांता अस्पताल ले जाया गया था। तबीयत खराब होने के बाद भी उन्हें अपना अनशन खत्म नहीं किया था।

अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया

11 जनवरी तबीयत बेहतर होने पर उन्हें अस्पताल में डिस्चार्ज कर दिया गया था। अभी 2 दिन पहले बीपीएससी अभ्यर्थी ने राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान से मुलाकात की थी। इस दौरान राज्यपाल ने अभ्यर्थियों से प्रशांत किशोर का अनशन खत्म करने की अपील की थी। हालांकि उसके बाद भी प्रशांत किशोर ने कहा था कि जब तक मांग पूरी नहीं हो जाती वह अपना अनशन जारी रखेंगे, लेकिन युवाओं और जनसुराज पार्टी नेताओं के अनुरोध पर उन्होंने अनशन तोड़ने का फैसला किया है।

री एग्जाम मुद्दे पर सुनवाई

वहीं दूसरी ओर BPSC 70वीं पीटी परीक्षा को रद्द करने की मांग और री-एग्जाम की मांग को लेकर जनसुराज की ओर से याचिका दायर की गई थी। जनसुराज के वकील प्रणव कुमार ने आर्टिकल 226 के तहत याचिका दायर की थी। जिस पर आज पटना हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। बुधवार को चीफ जस्टिस के फेयरवेल के कारण से सुनवाई को टाल दिया गया था।

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