पटना। 26 जनवरी को हर साल झांकिया कर्तव्य पथ पर निकाली जाती है। वहीं, इसकी तैयारी जोरों से चल रही है. पटना के गांधी मैदान में परेड की रिहर्सल चल रही है. घने कोहरे के बीच जवानों का जोश देखने को मिला है। इस बार 17 टुकड़ियां परेड में शामिल होगी। वहीं, 13 झांकी निकाली […]
पटना। 26 जनवरी को हर साल झांकिया कर्तव्य पथ पर निकाली जाती है। वहीं, इसकी तैयारी जोरों से चल रही है. पटना के गांधी मैदान में परेड की रिहर्सल चल रही है. घने कोहरे के बीच जवानों का जोश देखने को मिला है। इस बार 17 टुकड़ियां परेड में शामिल होगी। वहीं, 13 झांकी निकाली जाएगी।
संजय गांधी जैविक उद्यान के पचास साल पूरे हो गए है. इसको लेकर शेर, बाघऔर बंदर को झांकी में दिखाया जाएगा और इनकी अलग- अलग कहानी सभी के बीच साझा की जाएगी। हर झांकी में लोगों को अलग- अलग कहानी दिखेगी। वहीं, सरकार की योजना की भी प्रदर्शनी लगाई जाएगी। मेडल लाओ नौकरी पाओ योजना की झलक रिपब्लिक डे पर दिखेगी। इसे बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के द्वारा प्रदर्शित किया जाएगा। गणतंत्र दिवस की झांकी में कई तरह की कहानियां होगी। बिहार शिक्षा परियोजना परिषद की ओर से बिहार में स्कूलों की बदलती हुई। झांकी में विकसित बिहार की तस्वीर दिखाई जाएगी. वहीं, युवा विभाग, कला संस्कृति एवं कर्पूरी ठाकुर जनशताब्दी वर्ष को लेकर झांकी का प्रदर्शन करेगा।
बता दें, 26 जनवरी को कर्तव्य पथ से लेकर INDIA गेट तक सुंदर झांकियां भी निकाली जाती हैं। झांकियां निकालने के लिए राज्यों को सबसे पहले रक्षा मंत्रालय से अप्रूवल लेना होता है। उसके बाद कई चरणों की प्रक्रिया के बाद अप्रूवल मिलता है। तब जाकर कोई राज्य अपनी झांकी निकाल पाता है। आम तौर पर लोग दूर से ही झांकी को देख पाते हैं. क्योंकि उसके करीब जाने की इजाजत नहीं होती.
26 जनवरी जैसे खास मौके पर हर राज्य चाहता है कि उसकी झांकी शामिल हो. लेकिन कभी-कभी किसी वजह के चलते किसी राज्य की झांकी को खारिज कर दिया जाता है. इस बार बात करें तो चार राज्यों की झांकियां को खारिज कर दिया गया है.रक्षा मंत्रालय के तय किए गए पैमानों पर इन राज्यों की झांकियां खरी नहीं उतरी हैं. इसीलिए इस साल के गणतंत्र दिवस में यह झांकियां शामिल नहीं होंगी. इनमें कर्नाटक, दिल्ली, पंजाब और पश्चिम बंगाल के राज्य शामिल हैं.