पटना। साल 2024 की विदाई से पहले एक और बुरी खबर सामने आई है। पूर्व IPS आचार्य किशोर कुणाल का कार्डियक अरेस्ट की वजह से रविवार सुबह निधन हो गया। कार्डियक अरेस्ट के बाद उन्हें तुरंत महावीर वत्सला अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। समाज-सेवा कार्य में लगे थे […]
पटना। साल 2024 की विदाई से पहले एक और बुरी खबर सामने आई है। पूर्व IPS आचार्य किशोर कुणाल का कार्डियक अरेस्ट की वजह से रविवार सुबह निधन हो गया। कार्डियक अरेस्ट के बाद उन्हें तुरंत महावीर वत्सला अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
आचार्य किशोर कुणाल ने आईपीएस से त्याग-पत्र देकर समाज-सेवा के कार्यों को शुरू किया। उनका निधन प्रदेश के लिए बड़ी क्षति है। किशोर कुणाल मुजफ्फरपुर के बरूराज के रहने वाले थे। उनकी पहचान एक कड़क आईपीएस अधिकारी के रूप में होती थी।निधन के बाद उनके शव को घर लाया गया, जहां लोग श्रद्धांजलि देने के लिए आ रहें हैं। अब तक मंत्री एवं समधी अशोक चौधरी, जमा खान, सुमित कुमार सिंह, विधान पार्षद संजय सिंह सहित कई लोगों ने श्रद्धांजलि अर्पित की।
किशोर कृणाल ने गृह मंत्रालय में भी अपनी सेवा दी हैं। साल 1972 में कृणाल गुजरात कैडर में भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी बन गए है। उनकी पहली पोस्टिंग आनंद में पुलिस अधीक्षक के रुप में हुई। साल 1978 तक वे अहमदाबाद के पुलिस उपायुक्त बन गए। साल 2000 में रिटायर होने के बाद किशोर दरंभगा स्थित संस्कृत विश्विद्यालय के कुलपति बने। हालांकि बाद में वो बिहार राज्य धार्मिक बोर्ड के प्रशासन बने। किशोर कुणाल अभी जिस विख्यात महावीर मंदिर न्यास समिति के सचिव थे। वो समिति कई स्कूलों और कैंसर अस्पतालों का संचालन भी करती है।
महावीर ट्रस्ट ने महावीर कैंसर संस्थान और महावीर अरोग्य संस्थान की स्थापनी की थी। इसके अतिरिक्त नेत्रालय की स्थापना भी की गई। जहां आंखों की समस्या पीड़ित लोगों का इलाज किया जाता है। कई सामाजिक कार्यों में संबंधित रहने वाले किशोर पटना में स्थित ज्ञान निकेतन स्कूल संस्थापक भी थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि आचार्य कुणाल के निधन से प्रशासनिक, सामाजिक और धार्मिक क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है। उन्होंने दिवंगत आत्मा की चिर शान्ति तथा उनके परिजनों को दु:ख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है।