पटना: साल 2025 के पहले दिन मोदी सरकार ने किसानों को बड़ा तोहफा दिया है. किसानों के हित में बड़ा फैसला लिया गया है. इसके तहत सरकार ने फसल बीमा योजना का विस्तार करने का फैसला किया है. इससे 4 करोड़ किसानों को फायदा होगा. इसके अलावा किसानों को मिलने वाली डीएपी खाद पर सब्सिडी […]
पटना: साल 2025 के पहले दिन मोदी सरकार ने किसानों को बड़ा तोहफा दिया है. किसानों के हित में बड़ा फैसला लिया गया है. इसके तहत सरकार ने फसल बीमा योजना का विस्तार करने का फैसला किया है. इससे 4 करोड़ किसानों को फायदा होगा. इसके अलावा किसानों को मिलने वाली डीएपी खाद पर सब्सिडी बढ़ा दी गई है. इस वजह से इसकी कीमत पर कोई असर नहीं पड़ा है. पहले इसकी कीमत बढ़ने की आशंका थी.
बता दें कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में डीएपी खाद की कीमतें बढ़ गई हैं. जिसके बाद माना जा रहा था कि डीएपी खाद की कीमतें बढ़ेंगी. इससे किसानों की परेशानी बढ़ने वाली थी. लेकिन सरकार ने डीएपी खाद पर सब्सिडी बढ़ाने का फैसला कर किसानों को बड़ी राहत दी है.
मोदी सरकार ने डीएपी खाद पर 3,850 करोड़ रुपये की अतिरिक्त सब्सिडी देने का फैसला किया है. इसके तहत अब किसानों को डीएपी खाद की 50 किलो की थैली 1350 रुपये में ही मिलती रहेगी. सरकार ने किसानों के लिए कुल 69,515 करोड़ रुपये का आवंटन किया है. केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा है कि कैबिनेट ने एनबीएस सब्सिडी से परे डीएपी पर एकमुश्त विशेष पैकेज को 1 जनवरी, 2025 से 31 दिसंबर, 2025 तक बढ़ाने को मंजूरी दे दी है, ताकि किसानों को सस्ती कीमतों पर डीएपी उर्वरक मिल सके।
दूसरी तरफ मोदी सरकार ने DAP पर सब्सिडी बढ़ाने के साथ ही फसल बीमा योजना का दायरा भी बढ़ाने का निर्णय किया है. इसके तहत 4 करोड़ किसानों को शामिल करने का फैसला किया गया है. अब इससे किसानों को फायदा होने वाला है. क्योंकि इससे अधिक से अधिक किसानों को फसल नुकसान की स्थिति में आर्थिक सहायता मिल सकेगी.
डीएपी का मतलब डाय-अमोनियम फॉस्फेट है, यह एक उर्वरक है जो फसलों और पौधों के लिए फास्फोरस और नाइट्रोजन का मुख्य स्रोत है। डीएपी एक पानी में घुलनशील उर्वरक है जो अमोनिया और फॉस्फोरिक एसिड की प्रतिक्रिया से बनता है। यह खेती और अन्य उद्योगों के लिए एक लोकप्रिय विकल्प है क्योंकि यह तेजी से घुलने वाला और पोषक तत्वों से भरपूर है।