पटना। ईडी ने बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को लैंड फॉर जॉब मामले में दूसरी बार समन भेजा है। हालांकि तेजस्वी यादव पेश नहीं होंगे। सूत्रों के मुताबिक बिहार सरकार के कार्यक्रमों में व्यस्तता की वजह से तेजस्वी ईडी के सामने पेश नहीं होंगे। इससे पहले तेजस्वी को 22 दिसंबर को पेश होने के […]
पटना। ईडी ने बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को लैंड फॉर जॉब मामले में दूसरी बार समन भेजा है। हालांकि तेजस्वी यादव पेश नहीं होंगे। सूत्रों के मुताबिक बिहार सरकार के कार्यक्रमों में व्यस्तता की वजह से तेजस्वी ईडी के सामने पेश नहीं होंगे। इससे पहले तेजस्वी को 22 दिसंबर को पेश होने के लिए कहा गया था लेकिन वो तब भी पेश नहीं हुए थे।
मालूम हो कि तेजस्वी यादव को ईडी ने दूसरी बार समन भेज कर बुलाया लेकिन उन्होंने जाने से इंकार कर दिया। अब तेजस्वी यादव कल ईडी के समक्ष पेश नहीं होंगे। तेजस्वी ने पहले ही कहा था कि चुनाव का समय नजदीक आएगा वैसे ही ईडी की दबिश बढ़ेगी। राजद नेताओं का कहना है कि बीजेपी जानबूझकर तेजस्वी को परेशान कर रही है।
नौकरी के बदले जमीन का घोटाला 14 साल पहले का है। केंद्र में यूपीए की सरकार थी और लालू यादव रेल मंत्री थे। सीबीआई का कहना है कि लोगों को रेलवे में ग्रुप डी के पदों पर सब्सटीट्यूट के तौर पर भर्ती किया गया था। जब इनका जमीन को लेकर सौदा हो गया तो उनकी नौकरी रेगुलर कर दी गयी। सीबीआई जांच के दौरान ये बात सामने आयी कि रेलवे में सब्सटीट्यूट भर्ती का कोई विज्ञापन या पब्लिक नोटिस जारी नहीं हुआ था। वहीं जिन परिवारों ने लालू यादव को अपनी जमीन दी उनके सदस्यों को जयपुर, हाजीपुर, जबलपुर, कोलकाता, मुंबई और जबलपुर में नियुक्त किया गया था। इसे लेकर सीबीआई का कहना है कि जब लालू यादव रेल मंत्री थे उन्होंने जमीन के बदले 7 अयोग्य उम्मीदवारों को रेलवे में नौकरी दी थी।