पटना : सोमवार 12 अगस्त को जहानाबाद जिले के बराबर पहाड़ पर स्थित बाबा सिद्धेश्वर नाथ मंदिर के बाहर मची भगदड़ में कई लोगों की मौत हुई। वहीं अब इस मौत की अलग-अलग वजहें बताई जा रही हैं. इस पूरे मामले पर लोगों का आरोप जो भी हो, लेकिन सीएम नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू […]
पटना : सोमवार 12 अगस्त को जहानाबाद जिले के बराबर पहाड़ पर स्थित बाबा सिद्धेश्वर नाथ मंदिर के बाहर मची भगदड़ में कई लोगों की मौत हुई। वहीं अब इस मौत की अलग-अलग वजहें बताई जा रही हैं. इस पूरे मामले पर लोगों का आरोप जो भी हो, लेकिन सीएम नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू (JDU) इस हादसा के पीछे कुछ और ही वजह बता रही है.
इस पूरे मामले पर जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा है कि जहानाबाद की पहाड़ी पर स्थित सिद्धेश्वर नाथ मंदिर की सीढ़ियां काफी संकरी हैं. स्थानीय लोगों और फूल विक्रेता के बीच विवाद हो गया. विवाद पर काबू पा लिया गया. इस दुखद घटना का मुख्य कारण मंदिर की भौगोलिक संरचना है। जैसे ही यह दुखद घटना घटी, वैसे ही इस हादसे का संज्ञान लिया गया. स्थानीय प्रशासन और जिला प्रशासन की टीम मौके पर पहुंच गई. घायलों को इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया। लाठीचार्ज का कोई सवाल ही नहीं है।”
बता दें कि आज सावन का चौथा सोमवार है, इस मौके पर शिव भक्त मंदिर में जलाभिषेक करने पहुंचे थे, जहां अचानक भीड़ जुटने की वजह से भगदड़ शुरू हुई। जिसमें कई लोगों की जान चली गई। वहीं घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सभी घायलों का इलाज जारी है। घटना के संबंध में वहां मौजूद लोगों का कहना है कि भगदड़ के बाद श्रद्धालु गिर गये थे. घुटन महसूस हो रही थी. साथ ही प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि लाठीचार्ज के कारण यह हादसा हुआ है. एनसीसी के लोग ड्यूटी कर रहे थे. बिहार पुलिस का कोई नहीं था. जल चढ़ाने आये एक अन्य व्यक्ति ने बताया कि पहाड़ की चोटी पर पुलिस और लोगों के बीच बहस के बाद लाठियां चलीं और लोग भागने लगे. ये घटना उसी जगह पर हुई. लोग नीचे की ओर गिरते रहे.