बिहार। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कोलकाता अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में भाग लिया था। जिसपर राजनीतिक बवाल मचा हुआ है। बता दें कि सोशल मीडिया पर एक वीडियो में भाजपा सांसद गिरिराज सिंह यह कहते नजर आए कि बनर्जी का फिल्म फेस्टिवल में ठुमका लगाना उचित नहीं है। इस पर तृणमूल कांग्रेस सासंद […]
बिहार। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कोलकाता अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में भाग लिया था। जिसपर राजनीतिक बवाल मचा हुआ है। बता दें कि सोशल मीडिया पर एक वीडियो में भाजपा सांसद गिरिराज सिंह यह कहते नजर आए कि बनर्जी का फिल्म फेस्टिवल में ठुमका लगाना उचित नहीं है। इस पर तृणमूल कांग्रेस सासंद महुआ मोइत्रा सहित तृणमूल नेताओं ने कड़ा विरोध जताया। अब गिरिराज ने खुद का बचाव करते हुए कहा है कि उन्होंने ठुमका नहीं बल्कि जश्न शब्द का इस्तेमाल किया था।
दरअसल, कोलकाता अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (केआईएफएफ) के 29वें संस्करण के उद्घाटन के दौरान पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को नृत्य करते देखा गया। इस दौरान उनके साथ बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान, सोनाक्षी सिन्हा, महेश भट्ट, अनिल कपूर, शत्रुघ्न सिन्हा और अन्य लोग भी नजर आए। इस पर बीजेपी सांसद गिरिराज सिंह ने बुधवार को पत्रकारों से आलोचना करते हुए कहा था कि सीएम जश्न मना रही हैं, ठुमके लगा रही हैं, यह उचित नहीं है। फेस्टिवल में ठुमके लगाना कौन सा जरूरी है।
बीजेपी सांसद गिरिराज सिंह के इस बयान के बाद टीएमसी नेताओं ने उनका जमकर विरोध किया। जिसके बाद गिरिराज सिंह ने एक पोस्ट जारी कर खुद का बचाव किया। गिरिराज सिंह ने कहा, आप मेरा ट्वीट देख सकते हैं, मैंने कहा है कि ममता दीदी, जो राज्य भ्रष्टाचार से पीड़ित है और जहां गरीबों का अधिकार छीना जा रहा है, वहां आप जश्न मना रही हैं। क्या जश्न कहना ‘ठुमका’ है? उन्होंने आगे कहा कि टीएमसी के लोग इस मुद्दे पर लोगों में भ्रम पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। यह कहना मेरा अधिकार है कि वहां गरीबी हैं, बेरोजगारी है, भ्रष्टाचार है और मुख्यमंत्री फिल्म फेस्टिवल में थी।
बीजेपी सांसद के बचाव वाले इस बयान पर टीएमसी ने एक वीडियो साझा किया। जिसमें गिरिराज सिंह ‘ठुमका’ बोलते दिखाई दिए हैं। पोस्ट में कहा गया है कि इस वीडियो से पता चलता है कि वह न केवल दो बार ठुमका शब्द बोल रहे हैं, बल्कि ऐसे इशारे भी कर रहे हैं। टीएमसी ने कहा कि गिरिराज का अपने बयान से इनकार करना भाजपा के शर्मनाक आचरण में शामिल होने और फिर सबूतों की परवाह किए बिना बेशर्मी से बचाव करने की रणनीति का एक और सटीक उदाहरण है। वहीं, महुआ मोइत्रा ने कहा कि वो अपने नाम के पहले शाणडिल्य लिखते हैं तो दिनकर जी की एक कविता है जिसमें वे कहते हैं, जिस पापी को गुण नहीं; गोत्र प्यारा है, समझो, उसने ही हमें यहां मारा है। भारत अपने घर में ही हार गया है, तो ऐसे मंत्री जो एकमात्र महिला मुख्यमंत्री के लिए ऐसा कह सकते हैं, इसलिए आज भारत का ये हाल है। भाजपा के मंत्री नारी द्वेषी है। उन्हें माफी मांगनी चाहिए लेकिन वे माफी नहीं मांगेगे।
महुआ मोइत्रा ने आगे कहा, गिरिराज सिंह ने कल कहा था कि ममता बनर्जी को क्या जरूरत थी ठुमके और जश्न मनाने की, तो वो नहीं बताएंगे क्या जरूरी है क्या नहीं। उनके मंत्रालय ने मनरेगा मजदूरी के 7,000 करोड़ रुपये चुरा लिए हैं। मजदूरी रोक रहे हैं। वह इतने झूठे हैं कि अब बयान से ही पलट रहे हैं। भाजपा के साथ यही समस्या है। हर बार जब भी अपना मुंह खोलते हैं झूठ बोलते हैं। ऊपर से नीचे तक, यह झूठे लोगों से भरी पार्टी है। मोइत्रा ने कहा कि फिलहाल तो गिरिराज अपनी टिप्पणी से ही इनकार कर रहे हैं तो बस उम्मीद कर सकते हैं कि वह माफी मांगेंगे। इसके अलावा, टीएमसी की महिला सांसदों ने पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी पर की गई टिप्पणी को लेकर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के खिलाफ प्रदर्शन किया और उन्हें कैबिनेट से बाहर करने की मांग की।