पटना: राजद मुखिया लालू प्रसाद यादव के बेहद नजदीकी और पूर्व विधायक अरुण यादव पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ी कार्रवाई की है. ईडी ने मनी लांड्रिंग मामले में अरुण यादव की लगभग 25 करोड़ की संपत्ति सीज कर ली है. इससे पहले इस मामले में फरवरी में ED ने अरुण यादव के यहां छापेमारी की थी.
फरवरी में भी हुई थी कार्रवाई
बता दें कि फरवरी में ED का सर्च अभियान हुआ था. राजधानी पटना के दानापुर इलाके में राबड़ी देवी के नाम के 4 फ्लैट अरुण यादव की विधायक पत्नी किरण देवी के नाम पर थे.
ईडी ने उनके कई ठिकानों पर मारे छापे
ईडी ने आय से अधिक संपत्ति रखने के आरोपों से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच के तहत फरवरी 2024 में पूर्व राजद विधायक अरुण यादव, उनकी पत्नी किरण देवी और कुछ अन्य के परिसरों पर छापेमारी की थी। साल 2024 में ईडी ने राजद विधायक और उनकी पत्नी के खिलाफ प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) के तहत आपराधिक मामला दर्ज किया था.
ED ने परिवार के लोगों से किया था पूछताछ
इस जांच के तहत ईडी ने पहले अरुण यादव और उनके परिवार के कुछ सदस्यों के बयान दर्ज किए थे. साथ ही ईडी ने उनके परिवार के सदस्यों और किरण दुर्गा कॉन्ट्रैक्टर्स प्राइवेट लिमिटेड की संपत्ति, दस्तावेज और बैंक खातों का विवरण लिया था। इससे पहले केंद्रीय जांच एजेंसी की अलग-अलग टीमों ने पिछले साल मई में और इस साल जनवरी में भोजपुर के अगिआंव गांव स्थित उनके घर और दानापुर स्थित उनके फ्लैट की तलाशी ली थी.
जमीन के बदले नौकरी घोटाला मामले में कार्रवाई
ईडी का आरोप है कि पूर्व विधायक ने अपनी फर्जी कंपनी किरण दुर्गा कॉन्ट्रैक्टर्स प्राइवेट लिमिटेड के जरिए मां मराचिया देवी कॉम्प्लेक्स में फ्लैट खरीदे थे. राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद और उनके परिवार के सदस्यों से जुड़े जमीन के बदले नौकरी घोटाला मामले में अरुण यादव भी केंद्रीय जांच एजेंसियों की जांच के दायरे में हैं।