पटना। बिहार के वैशाली में ईडी ने बच्चा राय के ठिकाने पर छापेमारी की थी। जिसपर पहली बार टॉपर घोटाले के मास्टरमाइंड बच्चा राय ने कैमरे के सामने आकर बात की। दरअसल, बच्चा राय को तबीयत खराब होने की वजह से व्हील चेयर पर लाया गया। इस दौरान अमित कुमार उर्फ बच्चा राय ने ईडी […]
पटना। बिहार के वैशाली में ईडी ने बच्चा राय के ठिकाने पर छापेमारी की थी। जिसपर पहली बार टॉपर घोटाले के मास्टरमाइंड बच्चा राय ने कैमरे के सामने आकर बात की। दरअसल, बच्चा राय को तबीयत खराब होने की वजह से व्हील चेयर पर लाया गया। इस दौरान अमित कुमार उर्फ बच्चा राय ने ईडी की कार्रवाई को गलत करार दिया। उन्होंने कहा कि छापेमारी में बरामद तीन करोड़ कैश बीएड कॉलेज में नामांकन कराने वाले स्टूडेंट से ली गई फीस थी। जिसे टेक्निकल समस्या की वजह से बैंक में जमा नहीं कराया गया था। जिसे कॉलेज के सचिव के रुम में सुरक्षित रखा गया था।
बच्चा राय के अनुसार, मैंने ईडी की जप्त जमीन पर कब्जा नहीं किया है, जो पैसा बरामद हुआ वो छात्रों से लिया गया था। ऐसे में बच्चा राय ने कोर्ट जाने की बात कही। बच्चा राय ने कहा कि जिस 42 डिसमिल जमीन पर कब्जा करने का आरोप उनपर लगाया गया है वो बिल्कुल गलत है। इस मामले में भगवानपुर के सीओ ने जमीन मापी करवाकर रिपोर्ट भी दी है। जिसके अनुसार उसपर कोई कब्जा नहीं किया गया, ना ही उस जमीन पर कोई निर्माण करवाया गया है। बच्चा राय ने ईडी को वो पैसे वापस लौटाने के लिए आवेदन किया है। छात्रों से प्राप्त फीस की रसीद भी कॉलेज की तरफ से ईडी को दे दी गई है। इसके लिए कानूनी सहायता भी ली जा रही है।
बता दें कि 2016 में टॉपर घोटाला मामले में ईडी ने बच्चा राय की जमीन जब्त किया था। वहीं ईडी ने जब्त जमीन पर फिर से बच्चा राय द्वारा कब्जा कर उसपर कॉलेज निर्माण कराने का आरोप लगाते हुए भगवानपुर थाने में मामला दर्ज कराया था। ईडी के अधिकारियों ने जब बच्चा राय के कॉलेज और आवास पर छापेमारी करते हुए 3 करोड़ रुपए कैश बरामद किए।