पटना। बिहार के पूर्व सीएम और राजद अध्यक्ष लालू यादव पर केंद्रीय जांच एजेंसियों ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। शुक्रवार को ED के अधिकारी राबड़ी आवास पहुंचे। उन्होंने लालू परिवार को पीले लिफाफे में नोटिस थमाया। क्या है नौकरी के बदले जमीन घोटाला नौकरी के बदले जमीन का घोटाला 14 साल पहले का […]
पटना। बिहार के पूर्व सीएम और राजद अध्यक्ष लालू यादव पर केंद्रीय जांच एजेंसियों ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। शुक्रवार को ED के अधिकारी राबड़ी आवास पहुंचे। उन्होंने लालू परिवार को पीले लिफाफे में नोटिस थमाया।
नौकरी के बदले जमीन का घोटाला 14 साल पहले का है। केंद्र में यूपीए की सरकार थी और लालू यादव रेल मंत्री थे। सीबीआई का कहना है कि लोगों को रेलवे में ग्रुप डी के पदों पर सब्सटीट्यूट के तौर पर भर्ती किया गया था। जब इनका जमीन को लेकर सौदा हो गया तो उनकी नौकरी रेगुलर कर दी गयी। सीबीआई जांच के दौरान ये बात सामने आयी कि रेलवे में सब्सटीट्यूट भर्ती का कोई विज्ञापन या पब्लिक नोटिस जारी नहीं हुआ था। वहीं जिन परिवारों ने लालू यादव को अपनी जमीन दी उनके सदस्यों को जयपुर, हाजीपुर, जबलपुर, कोलकाता, मुंबई और जबलपुर में नियुक्त किया गया था। इसे लेकर सीबीआई का कहना है कि जब लालू यादव रेल मंत्री थे उन्होंने जमीन के बदले 7 अयोग्य उम्मीदवारों को रेलवे में नौकरी दी थी।